यूक्रेन को मिलेगा लेपर्ड 2 टैंक्स, जर्मनी ने दी मंजूरी, पौलेंड करेगा डिलीवरी, अब किस मुकाम पर पहुंचेगी रूस और यूक्रेन की लड़ाई

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Ukraine Will Get Leopard 2 Tanks
Ukraine Will Get Leopard 2 Tanks

आज समाज डिजिटल, Ukraine Will Get Leopard 2 Tanks : 2 दिन तक चली 50 देशों की मीटिंग के बाद आखिरकार जर्मन अपने सबसे खतरनाक टैंक लेपर्ड 2 यूक्रेन को देने के लिए राजी हाे गया है। जर्मनी का यह रुख कीव के लिए बड़ी राहत है जो रूस के आक्रमण युद्ध में अपने लिए टैंक चाहता है। (Russia Ukraine War)

दरअसल, जर्मनी अपने टैंक्स यूक्रेन को देने में हिचक रहा है। हालांकि, रविवार को जर्मनी ने पोलैंड के जरिए यूक्रेन को अपना लेपर्ड 2 टैंक देने की मंजूरी दे दी है। 

इससे पहले यूक्रेन को सैन्य मदद देने पर जर्मनी में US रैमस्टीन एयरबेस में 20 जनवरी को 50 देशों ने मुलाकात की। इस मुलाकात का मकसद यूक्रेन को रूस से लड़ने में मदद के लिए खतरनाक टैंक देना था। लेकिन 2 दिनों तक यह बैठक बेनतीजा रही और अब इस टैंक को यूक्रेन भेजने पर मंजूरी मिल गई है। 

Germany का यह लेपर्ड 2 टैंक दुनिया के खतरनाक टैंकों में से एक माना जाता है। इसका इस्तेमाल अफगानिस्तान और सीरिया युद्ध में भी किया जा चुका है। ऐसे में अब माना जा रहा है कि रूस और यूक्रेन के बीच चल रहा युद्ध और भी खतरनाक मोड़ ले सकता है। रूसी संसद के स्पीकर ने कहा कि यूक्रेन को हथियार देकर पश्चिमी देश अपने खात्मे को बुलावा दे रहे हैं।

जर्मनी खुद नहीं बल्कि पोलैंड को आगे किया

वहीं पेरिस में मीटिंग के दौरान जर्मनी की विदेश मंत्री अन्नालेना बेयरबॉक ने कहा कि अगर पोलैंड अपने Leopard 2  टैंकों को यूक्रेन भेजना चाहता है तो उनकी सरकार रास्ते में नहीं आएगी। उन्होंने कहा कि हमें पता है कि ये टैंक कितने महत्वपूर्ण हैं। इसलिए हमें अपने पार्टनर्स के साथ इसकी डिलीवरी को लेकर इतनी बातचीत करनी पड़ रही है। हम चाहते हैं कि लोगों की जान बचे और यूक्रेन खुद को रूस के कब्जे से आजाद करवा पाए।

हालांकि जर्मनी खुद यूक्रेन को ये टैंक्स नहीं देगा, बल्कि उसने Poland को मंजूरी दी है कि वो जर्मनी में बने अपने लेपर्ड 2 टैंक्स यूक्रेन को दे सकता है। यूक्रेन को सीधे इस तरह के खतरनाक हथियार देना रूस से दुश्मनी को बढ़ाना होगा। इसके लिए जर्मनी बिल्कुल तैयार नहीं है। रूस ने भी यूक्रेन को खतरनाक हथियार देने पर चेतावनी दी है। 

Leopard-2 Tank की खासियतें

1970 के दशक के अंत में अमेरिकी M48 पैटन को बदलने के लिए लेपर्ड-2 टैंक को पहली बार  तैयार किया गया था और जल्द ही इसने अपनी मारक क्षमता,गतिशीलता और मजबूत सुरक्षा कवच के लिए प्रसिद्धि पा ली। जर्मन अखबार फ्रैंकफर्टर ऑलगेमाइन ज़िटुंग के अनुसार, लेपर्ड-2 टैंक जर्मन टैंक उद्योग  [वोक्सवैगन] के गोल्फ की तरह है, जिसे पूरी दुनिया में ऑल-राउंडर की मान्यता मिली हुई है।

यह टैंक 120 मिमी स्मूथबोर तोप से लैस है। यह 70 किलोमीटर (44 मील) प्रति घंटे की रफ्तार से 500 किमी (310 मील) की दूरी तक चल सकता है। इसके मैन्यूफैक्चर्स के मुताबिक, यह टैंक अपने सैनिकों को माइन्स विस्फोट, एंटी टैंक फायर और IED ब्लास्ट जैसे खतरों से सर्वांगीण सुरक्षा दे सकता है। अंतिम रूप से उत्पादित चार  मॉडल 2A4 से 2A7 तक सभी मौजूदा समय में उपयोग में हैं। 

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