Ukraine : यूक्रेन में फसे छात्रों को निकलने की गुहार लेकर करनाल जिला सचिवालय में यूक्रेन में फंसे छात्रो के परिजन और यूक्रेन से लौटे छात्र पहुंचे। उन्होंने जिला प्रशासन को वहां के हालातों से अवगत करवाया और सरकार तक अपनी समस्या पहुंचाते हुए बच्चों को निकालने की अपील की। यूक्रेन में फंसे छात्रों के परिजन और वहां से लौट जिले की छात्राएं, छात्र भी शमिल हुए।
ओडेसा शहर में फाइरिंग हुई
रिया ने बताया कि ओडेसा शहर में कल रात और आज सुबह हॉस्टल के पास फाइरिंग हुई है। उन्हें लगा कि रशिया की मिल्ट्री घुसकर उनके नजदीक पहुंच गई है और ग्राउंड फायरिंग रही है। ऐसा होने से सभी डर गए थे और डर के मारे बोम्ब शैल्टर में घुस गए। बाद में पता चला कि आसमान में कोई अज्ञात प्लेन आया था। यूक्रेन मिल्ट्री ने उस पर फाइरिंग की थी। सब लोग डरे हुए हैं। 3 दिन हो गए, वो सो तक नहीं पाए। अब एटीएम से पैसे निकलने की लिमिट 2 हजार ग्रेविन (यूक्रेन करंसी) कर दी है। लगभग के पास पैसे नहीं है। टैक्स नहीं मिल रही, यदि मिल जाती है तो वो बहुत अधिक चार्ज कर रहे हैं। साथ कैश की डिमांड करते है। पहले पैसे लेकर ही टैक्स में आने देते हैं।
जहां से मैं हूं, डेंट्रो
बैंक में इनते पैसे नहीं है कि सबको कैश मिल जाए। खाने की दिक्कत है। एंबेंसी को ध्यान देना चाहिए। एंबेंसी की गाइडलाइन के बिना कोई भी वहां से कदम भी नहीं चल सकता। उन्हें एंबेंसी की तरफ से स्थिति क्लीयर नहीं है। पहले भी एंबेंसी ने सही समय पर सूचित नहीं किया था। यदि समय रहते बता देते तो आज हमारे दाेस्त भी इंडिया होते।
अभी वो लोग सेफ
देव मदान ने whtsapp call के जरिए बताया कि अभी वो लोग सेफ हैं। आने वाले समय में दिक्कत होगी। एंबेंसी भी जल्द ठीक कदम उठाए। देव मदान ने कहा कि 25 फरवरी को उनकी फ्लाइट थी जो कि कैंसिल हो गई है क्योंकि जो सारे एयरपोर्ट्स वह बंद हो गए हैं उन्होंने कहा कि डैनीप्रो के अंदर 2000 स्टूडेंट्स है जो अभी फंसे हुए हैं। उन्होंने कहा कि गवर्नमेंट से मेरी अपील है जल्द से जल्द इंडिया पहुंचाया जाए, देव ने कहा कि जहां हम डैनी प्रो में है। वहां से एयरपोर्ट का रास्ता 1000 किलोमीटर यानी कि 1 दिन का है अगर हम खुद से वहां जाते हैं तो बहुत ही रिस्की है।
जल्द से जल्द बच्चों को वापस बुलाए
सुरेंद्र मदान ने बताया कि मेरा बेटा देव मदान यूक्रेन में है। सरकार से अपील है कि जल्द से जल्द बच्चों को वापस बुलाए। बच्चों से बात हो रही है। फिलहाल वो ठीक है। उनके पास खाने-पीने के सामान की कमी है मोदी जी से अपील करते हैं कि जल्द से जल्द हमारे बच्चों को घर लाया जाये।