नई दिल्ली। इंग्लैंड की बोरिस जॉनसन की सरकार ने छात्रों के लिए बड़ी घोषणा की। अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्हें दो साल का वर्क वीजा फ्री दिया। उन्होंने कहा कि अब ब्रिटेन में पढ़ाई करने वाले छात्र पढ़ाई पूरी होने पर दो सालों तक फ्री वर्क वीजा पर नौकरी कर सकेंगे। साथ ही सरकार इस पर भी विचार कर रही है कि वीजा आवेदन और रोजगार संबंधी प्रक्रियाओं को छात्रों के लिए बेहतर किया जाए। इस घोषणा का सीधा मतलब है कि भारतीय व अन्य बाहरी छात्र जो एकेडमिक ईयर 2020 और 2021 में ब्रिटेन के कॉलेजों में एडमीशन लेंगे उनके लिए पढ़ाई पूरी होने पर दो साल का वर्क वीजा फ्री रहेगा। बता दें कि साल 2012 में ब्रिटेन की प्रधानमंत्री रहीं थेरेसा मे ने इस स्कीम को वापस ले लिया था। इस फैसले के जरिए वे बाहरी छात्रों को एडमीशन देकर काम चलाने वाले बेकार के कॉलेजों को बंद कराना चाहती थीं। तब थेरेसा मे के फैसले के कारण वहां पढने आने वाले छात्रों का संख्या में भारी गिरावट देखने को मिली थी। इससे पहले वहां छात्र अपनी पढाई पूरी होने के बाद दो साल का समय देकर वहां नौकरी ढूंढ कर पढ़ाई का खर्च निकाल लेते थे। उस समय थेरेसा के इस फैसले के साथ वहां 2010- 2011 में जिन भारतीय छात्रों की संख्या 39,090 थी वह 2016-2017 में घटकर 16,550 हो गई थी। बोरिस जॉनसन के इस फैसले का विश्वविद्यालयों, छात्र संगठनों, स्टेक होल्डर्स और संसद की विदेश मामलों की समिति ने स्वागत किया है। इन सभी ने वीजा रिटर्न के लिए काफी कैंपेनिंग की थी लेकिन इसे थेरेसा मे द्वारा बार बार रिजेक्ट किया जा रहा था।