नई दिल्ली। आजम खान पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है। उनके सितारे गर्दिश में है लगातार उनके खिलाफ मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं। अब उन पर तबेले से जबरन भैंसें खुलवाने और दिनदहाड़े डाका डलवाने की साजिश रचने का भी आरोप लगा और मुकदमा भी दर्ज हुआ है। सपा सांसद आजम खां उनके मीडिया प्रभारी फसाहत अली खां शानू, तत्कालीन सीओ आले हसन, एसओजी के सिपाही धर्मेंद्र समेत 40 लोगों के खिलाफ सोमवार को रामपुर शहर कोतवाली में गंभीर धाराओं में दो और मुकदमे दर्ज कराए गए हैं। आजम खां पर पांच दिन में इसी तरह के आरोपों में अब तक नौ मुकदमे हो चुके हैं। सपा सरकार में मुहल्ला घोसियान में मंडलभर का फोर्स लगाकर यतीमखाना खाली कराया गया था। इस दौरान लोगों के घरों को ध्वस्त कर दिया गया था और खाली कराई गई जमीन पर आजम खां का रामपुर पब्लिक स्कूल बनवाया जा रहा है। पिछले दिनों यतीमखाना के कुछ बाशिंदों ने डीएम-एसपी से शिकायत की थी। जिनके प्रार्थना पत्रों की पहले तो पुलिस ने जांच कराई और उसके बाद जैसे-जैसे जांच रिपोर्ट आती रही, मुकदमे दर्ज कराए जा रहे हैं। इसी क्रम में सोमवार को शहर कोतवाली में यतीमखाना, घोसियान निवासी कमर पुत्र बदलू और इरफान पुत्र शराफत की ओर से मुकदमें दर्ज कराए गए हैं। इनमें तत्कालीन मंत्री मोहम्मद आजम खां, उनके मीडिया प्रभारी फसाहत अली खां शानू, उस वक्त सीओ सिटी रहे आले हसन खां, उनका बेहद करीबी एवं एसओजी का सिपाही धर्मेंद्र समेत 40 लोगों को आरोपी बनाया गया है। आरोप है कि आजम के इशारे पर एक सोची समझी साजिश के तहत उनके घरों को ध्वस्त किया गया, दिनदहाड़े उनकी भैंसे खुलवाकर आजम खां के तबेले में भिजवाई गईं और लूटपाट की गई। एसपी डॉ. अजय पाल शर्मा ने बताया कि कुछ पीड़ित परिवारों ने शिकायत की थीं। इनकी जांच कराई गई थी। जांच के बाद तहरीर के आधार पर सांसद आजम खां समेत सभी आरोपियों पर रिपोर्ट दर्ज कराई गई हैं।