स्कीम के तहत लोन दिलाने के नाम पर दस्तावेज लेकर, धोखाधड़ी से लोन की राशि हड़पने वाले गिरोह के दो आरोपी गिरफ्तार

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Two accused of the gang who fraudulently embezzled loan amount arrested
  • 45 हजार रुपए व एटीएम कार्ड बरामद

 

Aaj Samaj (आज समाज), पानीपत : थाना शहर पुलिस ने विद्यानंद कॉलोनी निवासी महिलाओं को स्कीम के तहत लोन दिलाने के नाम पर दस्तावेज लेकर धोखाधड़ी से लोन की 3 लाख रुपए की राशि हड़पने के मामले में गिरोह के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया। आरोपियों की पहचान नरेंद्र निवासी सौदापुर चौक जाटल रोड व महताब निवासी कैराना शामली यूपी के रूप में हुई। थाना शहर प्रभारी इंस्पेक्टर जाकिर हुसैन ने बताया कि इदरीश पुत्र ताशीन निवासी विद्यानंद कॉलोनी ने सीएम विंडो पर दी शिकायत में बताया था कि वह दिव्यांग है। कुछ महीने पहले वह ईदगाह कॉलोनी में सीएससी सेंटर पर संचालक प्रवीण के पास किसी काम से गया था। प्रवीन ने उसको कहा नगर निगम में कार्यरत नरेंद्र के पास जाकर उसका नाम ले देना नरेंद्र काम करवा देगा। इसके बाद वह नरेंद्र से मिला। बातचीत करने के बाद नरेंद्र कहने लगा सरकार द्वारा गरीब लोगों को लोन देने की स्कीम आई हुई है तुम्हे लोन चाहिए तो प्रवीन से जाकर मिल लो। उसकी बातों पर विश्वास कर वह वापस प्रवीन से मिला। प्रवीन ने उसको बताया जिसके परिवार की सालाना आय 1 लाख रुपए से कम है उनको सरकार द्वारा स्कीम के तहत 50 हजार रुपए का लोन दिया जा रहा है।

 

साथ ही कहा लोन अकेले लेते हो तो तुम्हे लोन के आधे पैसे भरने होंगे और यदि पत्नी के साथ इतनी ही आय से कम की अन्य पांच महिलाओं को साथ ले आओगे तो उसको ग्रुप लोन दिलवा देंगे। ग्रुप लोन लेने पर तुम्हारा सारा लोन स्कीम के तहत माफ हो जाएगा। घर आकर उसने पत्नी को सारी बात बताई। इसके बाद उन्होंने पड़ोस की ऐसी पांच महिलाओं को लोन स्कीम के बारे बताया और पत्नी के साथ सलमा, समुंतरी, रेणु, अंजुम और इसराना को सीएससी सेंटर पर प्रवीन के पास लेकर गया। वहा पर नरेंद्र भी आया हुआ था। दोनों ने सभी को लोन की वही बात बताकर उन सभी के आधार कार्ड, पैन कार्ड, पहचान पत्र इत्यादि कागजातों की फोटो कॉपी पर हस्ताक्षर करवाकर अपने पास रख लिए और जल्द ही लोन करवाने की बात कही।

 

प्रवीन व नरेंद्र ने इसकी एवज में प्रति महिला से 2 हजार रुपए की मांग की। उन्होंने उस समय पैसे ना होने की बात कही। दोनों कहने लगे पैसे देकर जाओगे तभी तुम्हारी फाईल आगे जमा करवाएंगे। उन्होंने दो दिन बाद पैसों का इंतजाम कर दोनों से मिलकर 12 हजार रुपए दे दिए। वहां पर महताब व फिरोज नाम के युवक भी बैठे हुए थे। दोनों ने अपना उज्जीवन बैंक का आई कार्ड दिखाते हुए बताया वह बैंक के कर्मचारी है और उन सभी की फाइल उन्होंने ले ली है, जल्द ही लोन पास हो जाएगा। 10 दिन तक इंतजार करने के बाद उसने प्रवीन व नरेंद्र से बात की तो दोनों कहने लगे स्कीम के तहत काफी लोगों ने फाइल लगा रखी सरकार द्वारा कुछ महीने के लिए साइट को बंद कर दिया है। उन सभी की फाइलें लगाई हुई है जैसे ही साइट खुलेगी वे काम करवा देंगे। दोनों से जितनी बार भी बात की वह यही बहाना बनाकर टाल देते थे। कुछ समय पहले घर पर बैंक के कुछ अधिकारी आए और उसकी पत्नी को लोन जमा करवाने का दबाव बनाकर धमकाने लगे। उन्होंने बैंक के अधिकारियों को बताया कि लोन के लिए अप्लाई किया था परंतु उन्हें आज तक कोई लोन मिला ही नहीं हैं। बैंक अधिकारियों ने उसको बताया कि तुम्हारी पत्नी निखत को ग्रुप हैड दिखाकर व अन्य महिलाओं को ग्रुप मैंम्बर बनाकर उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक से 3 लाख रूपए का लोन लिया है।

 

इदरीश ने शिकायत में बताया उसकी पत्नी व अन्य महिलाओं के नाम पर प्रवीन, नरेंद्र, महताब व फिरोज ने सड़यत्र के तहत 3 लाख रूपए का बैंक से लोन करवाकर उक्त सारी राशि एटीएम के माध्यम से निकालकर हड़प ली। उसने इस बारे चारों से बात की तो वह इसकी शिकायत देने पर उसको झूठे मुकदमें में फसवाने की धमकी देने लगे। इदरीश की शिकायत पर थाना शहर में धारा 420,120बी आईपीसी के तहत 27 सितम्बर 2023 को अभियोग दर्ज कर थाना शहर पुलिस ने जांच शुरू कर दी थी।

 

इंस्पेक्टर जाकिर हुसैन ने बताया कि थाना शहर पुलिस ने रविवार देर शाम मिली गुप्त सूचना पर दबिश देकर आरोपी महताब पुत्र आबिद निवासी कैराना यूपी को कैराना बाइपास से काबू किया। आरोपी महताब को माननीय न्यायालय में पेश कर दो दिन के पुलिस रिमांड पर हासिल कर पुलिस ने उसकी निशानदेही पर गिरोह में शामिल दूसरे आरोपी नरेंद्र पुत्र प्रेम सिह निवासी सौंदापुर जाटल चौक को सोमवार देर शाम लालबत्ती चौक के पास से गिरफ्तार किया। पूछताछ में दोनों आरोपियों ने मामले में नामजद अपने दो अन्य साथी आरोपियों के साथ मिलकर धोखाधड़ी से लोन के पैसे हड़पने की उक्त वारदात को अंजाम देने बारे स्वीकारा। आरोपी नरेंद्र के कब्जे से 45 हजार रुपए व एटीएम कार्ड बरामद कर पुलिस ने मंगलवार को आरोपी नरेंद्र को न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत जेल भेजा गया। इंस्पेक्टर जाकिर हुसैन ने बताया कि पूछताछ में आरोपियों से खुलासा हुआ आरोपी नरेंद्र पानीपत नगर निगम कार्यालय के पास सीएससी सेंटर चलाता है। आरोपी महताब वारदात के समय पानीपत में उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक में जॉब करता था।

 

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