प्रवीण वालिया, करनाल,29 मार्च:
जिला पुलिस करनाल की डिटेक्टिव स्टाफ इंचार्ज उप निरीक्षक अनिल कुमार के नेतृत्व में कार्य करते हुए डिटेक्टिव स्टाफ की टीम द्वारा दो ऐसे आरोपियों को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है, जिन्होने लोगों को बिजनेस में रूप्ये लगवाने व तीन गुना मुनाफा देने का लालच देने के बहाने लोगों के साथ धोखाधडी की वारदात को अंजाम दिया था। ऐसी ही एक वारदात के संबंध में शिकायतकर्ता नरेन्द्र कुमार पुत्र कृष्ण कुमार वासी जिरकपुर ने दिनांक 22 मार्च 2023 को एक शिकायत दी।
पांच लाख के बदले पन्द्रह लाख रूप्ये देने का दिया लालच
जिसमें उसने बताया कि दिनांक 27 फरवरी 2023 को उसके पास एक अनजान नम्बर से फोन आया। फोन करने वाले व्यक्ति ने अपना नाम कासिफ बताया और शिकायतकर्ता के दिल्ली के रहने वाले किसी दोस्त द्वारा उसे उसका मोबाइल नम्बर देने की बात कही। जिसके बाद कासिम ने उसे बताया कि वह बिट क्वाईन व गैल पाईप लाइन का बिजनेस करता है। इस बिजनेस में अच्छा मुनाफा है। आप भी यह बिजनेस कर लो, आपको तीन गुना करके पैसे दुंगा। जिसके बाद शिकातयकर्ता आरोपी की बातों में आ गया और सीएचडी सिटी करनाल के एक मकान में आरोपी व उसके अन्य साथियों को पचास हजार रूप्ये दे दिए। इसके बाद आरोपी पांच रूप्ये की और डिमांड करने लगे व उसे पांच लाख के बदले पन्द्रह लाख रूप्ये देने का लालच देने लगे।
जिसके बाद शिकायतकर्ता को आरोपियों पर संदेह हुआ और आरोपियों के खिलाफ शिकायत दी। इस संबंध में आरोपी कासिफ व उसके अन्य साथियों के खिलाफ थाना सदर में मुकदमा नम्बर 250 दिनांक 23.03.2023 धारा 406, 420 आईपीसी के तहत दर्ज किया गया।
आरोपियों से पूछताछ में जांच में हुआ खुलासा
मामले की आगामी तफ्तीश उप निरीक्षक जसबीर तुली की अध्यक्षता में डिटेक्टिव स्टाफ की टीम को सौंपी गई। दौराने तफ्तीश टीम द्वारा दिनांक 24 मार्च को आरोपी 1. कासिफ असलम पुत्र मोहम्मद असलम वासी सिल्वर स्टेट कॉलोनी दोधपुर जिला अलीगढ़ उत्तर प्रदेश व 2. दीपक तोमर पुत्र सोनवीर सिंह वासी शाहपुर बडोली जिला बागपत उत्तर प्रदेश को विश्वसनीय सूचना के आधार पर उचाना गांव के पास से गिरफ्तार किया गया। आरोपियों को दिनांक 25 मार्च को पेश अदालत करके तीन दिन के पुलिस रिमाण्ड पर लिया गया। दौराने रिमाण्ड आरोपियों से पूछताछ में जांच में खुलासा हुआ कि इस वारदात का मास्टर मांइड आरोपी नरेश है और आरोपियों का चार से पांच व्यक्तियों का गिरोह है।
आरोपी लोगों के मोबाइल फोन पर कॉल करके उन्हें अपने बिजनेश में इन्वेस्ट करके तीन से चार गुना मुनाफा कमाने का लालच देकर सीएचडी सिटी करनाल में स्थित अपने ऑफिस में बुलाते थे। आरोपी पहले से ही अपने पास असली भारतीय नोट पर एक खास तरह का पाउडर लगाकर उसे एक सादा कागज की तरह बनाकर रखतेे थे। जब कोई व्यक्ति इनके झांसे में आ जाता था और इनके ऑफिस पर आता था, तो आरोपी उसे अपनी बातों में फंसा लेते थे और उस नोट को पानी में धोकर कहते थे कि हमारे पास एक खास प्रकार का कागज है। इसे पानी में धोने मात्र से ही एक असली नोट बन जाता है। इसके बाद आरोपी उस व्यक्ति को विश्वास दिलाने के लिए उसी व्यक्ति से उस नोट को मार्किट में चलवाते थे। यह सब देखकर सामने वाला व्यक्ति इनके झांसे में आ जाता था और आरोपियों को इस बिजनेश में इन्वेस्ट करने के नाम पर रूप्ये थमा देता था। आरोपियों द्वारा जब उस व्यक्ति को कुछ भी रूप्ये वापिस नही दिए जाते थे और आरोपी उस व्यक्ति से और ज्यादा रूप्ये की मांग करते थे, तो उस व्यक्ति को शक हो जाता था।
आरोपियों के कब्जे से कुल चौदह हजार रूप्ये की नगदी बरामद
गिरफ्तार किए गए आरोपियों के कब्जे से कुल चौदह हजार रूप्ये की नगदी बरामद की गई है। आरोपियों को आज पेश अदालत करके न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। इस मामले में फरार मास्टर माइंड आरोपी नरेश व अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं। इन आरोपियों को भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा और मामले का खुलासा किया जाएगा।
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