नई दिल्ली। नए कृषि कानूनोंके खिलाफ किसान आज सड़क पर उतरे हुए हैं। दिनभर सेकिसानोंने दिल्ली के लिए कूच किया। कई स्थानों पर किसानों को रोकने के लिए हरियाणा में बैरिकेटस लगाई गई। उन पर वाटर कैनन का भी प्रयोग किया गया। अंबाला के बार्डर पर किसानों ने उग्र प्रदर्शन करते हुए बैरिकेट उठाकर नदी में फेंक दिया और आगे निकल गए। इस बीच पंजाब सीएम और हरियाणा सीएम के बीच ट्विटर वार झिड़ी रही। ट्विटर पर पंजाब के सीएम कैप्टर अमरिंदर ने किसानों के पक्ष में बोलते हुए भाजपा की हरियाणा सरकार और सीएम मनोहर लाल खट्टर पर निशाना साधा। आज पंंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह नेकहा कि किसानों खिलाफ बल प्रयोग करना पूरी तरह अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक है। बता दें कि हरियाणा बाॉर्डर सील होनेकेकारण पुलिस ने बॉर्डर बंद कर दिए थे। जत्थे में निकल रहे किसानों को रोकने के लिए हरियाणा पुलिस तैनात की गई थी। हरियाणा पुलिस ने किसानों पर कई स्थानोंपर वाटर कैनन और आसू गैस के गोलोंका भी प्रयोग किया। कैप्टन के ट्वीट का सीएम खट्टर ने जवाब दिया और कई ट्वीट किए। उन्होंने लिखा कि कैप्टन अमरिंदर जी, मैंने पहले ही कहा है और मैं इसे फिर से कह रहा हूं, मैं राजनीति छोड़ दूंगा अगर एमएसपी पर कोई परेशानी होगी – इसलिए, कृपया निर्दोष किसानों को उकसाना बंद करें। मैं पिछले 3 दिनों से आपसे संपर्क करने की कोशिश कर रहा हूं, लेकिन दुख की बात है कि आपने दूरी बनाने का फैसला किया – इससे पता चलता है कि आप किसान के मुद्दों के प्रति कितने गंभीर हैं? आप केवल ट्वीट कर रहे हैं और बातचीत से भाग रहे हैं, क्यों? आपके झूठ, झूठे प्रचार का समय अब खत्म हो गया है – लोगों को अपना असली चेहरा देखने दें। कृपया कोरोना महामारी के दौरान लोगों के जीवन को खतरे में डालना बंद करें। मैं आपसे लोगों के जीवन के साथ नहीं खेलने का आग्रह करता हूं – कम से कम महामारी के समय सस्ती राजनीति से बचें।