राजस्थान में कांग्रेस की अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ सचिन पायलट की बगावत अब उनके लिए ही उल्टी पड़ गई। कांग्रेस की ओर सेकार्रवाई कर ते हुए उन्हेंराजस्थान के उपमुख्यमंत्री पद से हटा दिया गया और साथ ही उनसे कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष पद भी छीन लिया गया है। दो दिनों से चल रही सियासी उठापटक पर आज पहली बार सचिन पायलट ने अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि सत्य को परेशान किया जा सकता है, लेकिन पराजित नहीं। सचिन पायलट ने अपनी प्रतिक्रिया ट्वीट कर दी उन्होंने अपने ट्विटर पर लिखा कि ‘सत्य को परेशान किया जा सकता है, पराजित नहीं।’ इसके साथ ही उन्होंने अपने ट्विटर प्रोफाइल से उप मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष का उल्लेख हटा दिया। अब उनके प्रोफाइल में उनके विधायक (टोंक) और पूर्व केंद्रीय मंत्री होने तथा कांग्रेस के वेबसाइट लिंक का उल्लेख है। इस कार्रवाई से पहले राज्य पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने भी ट्वीट किया कि ‘मैं बोलता हूं, तो इल्जाम है बगावत का, मैं चुप रहूं तो बड़ी बेबसी सी होती है।’ इस ट्वीट को भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने रि-ट्वीट किया था।