पुलिस शहीदी दिवस पर पुलिसकर्मियों की शहादत को किया नमन

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Tribute to the martyrdom of policemen on Police Martyrdom Day
Tribute to the martyrdom of policemen on Police Martyrdom Day
  • शहीदों का सम्मान ही राष्ट्र का सम्मान, उपायुक्त डॉ वीरेंद्र कुमार दहिया
  • शहीदों की शहादत को कभी भुलाया नही जा सकता, शहीद देश की अमूल्य धरोहर : पुलिस अधीक्षक अजीत सिंह शेखावत
Aaj Samaj (आज समाज),पानीपत :  पुलिस लाइन पानीपत में पुलिस शहीदी दिवस पर समारोह का आयोजन कर अपने कर्तव्य/ड्यूटी के दौरान शहादत देने वाले पुलिस के अमर शहीद जवानों को याद किया। उपायुक्त डॉ वीरेंद्र कुमार दहिया व पुलिस अधीक्षक अजीत सिंह शेखावत ने शहीदी स्मारक पर पुष्प चक्र अर्पित कर कर्तव्य की वेदी पर सर्वोच्च बलिदान देने वाले बहादुर पुलिस कर्मियों को नमन किया। उपायुक्त डॉ वीरेंद्र कुमार दहिया ने इस अवसर पर अपने संदेश में पुलिस शहीदी दिवस के इतिहास बारे जानकारी देते हुए बताया कि शहीदों का सम्मान ही राष्ट्र का सम्मान हैं। कर्तव्य परायणता के लिए अपने प्राणों को न्यौछावर करने वाले उन सभी जाने-अनजाने नायकों को हम सैल्यूट करते हैं। इस दौरान समारोह में उपस्थित शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया गया।

शहीद देश की अमूल्य धरोहर

21 अक्टूबर 1959 को उप-पुलिस अधीक्षक कर्मसिंह और उनकी टीम में शामिल 20 जवान तिब्बत पर लगते हाट स्प्रिंग नामक क्षेत्र में भारतीय सीमा पर गश्त कर रहे थे। सीमा सुरक्षा बल के उस भारतीय दल पर चीन की एक टुकड़ी ने घात लगाकर अपने स्वचालित हथियारों से फायर कर हमला कर दिया। दुशमन किसी भी कीमत पर मातृभूमि पर कदम न रखने पाए इस बुलंद इरादे के साथ प्रत्येक भारतीय जवान पूरी बहादुरी से लड़ता रहा। उस भारतीय जवानों की बहादुर टोली ने उनसे कही अधिक सख्या मे हथियारों से लैस चीनी सेना की टुकड़ी को बहुत कड़ा मुकाबला दिया। लड़ते हुए 10 जवान शहीद हो गए और 10 जवानों को घायल अवस्था मे चीनी सैनिकों ने बंदी बना लिया था। शहीद हुए अदम्य साहसी जवानों के सम्मान में वर्ष 1960 से समस्त पुलिस बल 21 अक्टूबर को शहीदी स्मारक पर पुष्प चक्र अर्पित कर शहीदों की शहादत को याद करते हुए इस दिन को पुलिस शहीदी दिवस के रूप मे मनाता हैं। उन्होंने कहा कि शहीदों की शहादत को कभी भुलाया नही जा सकता, शहीद देश की अमूल्य धरोहर हैं।

शहीदों की शहादत को कभी भूलाया नही जा सकता

पुलिस अधीक्षक अजीत सिंह शेखावत ने अपने संबोधन में कहा कि कर्तव्य पथ पर प्राणों को न्यौछावर करने वालों का सपना था कि हमारा देश और नागरिक सुरक्षित रहें। इस सपने को पूरा करना हमारा दायित्व हैं। देश व नागरिकों की रक्षा में अपने प्राणों का बलिदान देकर पुलिस एवं सशस्त्र बलों में शामिल अनेक वीर-वीरांगनाओं ने प्रत्येक वर्दीधारी के लिए कर्तव्य निष्ठा के उच्च आदर्श प्रस्तुत किए हैं। शहीदों की शहादत को कभी भूलाया नही जा सकता, शहीद देश की अमूल्य धरोहर हैं। समारोह में एएसपी मयंक मिश्रा ने पुलिस बल व केन्द्रीय सशस्त्र बल के उन 188 शहीद जवानों के नाम पढ़कर सुनाए जो गत वर्ष देश की एकता और अखंडता को कायम रखने के दौरान शहीद हुए। उन्होंने कहा की शहीद जवानों का राष्ट्र सदैव ऋणी रहेगा। इस अवसर पर सशस्त्र पुलिस टुकड़ी ने बलिदानी पुलिस कर्मियों को सलामी दी। इस अवसर पर एएसपी मयंक मिश्रा, उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय धर्मबीर खर्ब, उप पुलिस अधीक्षक सतीश कुमार गौतम, उप पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार, उप पुलिस अधीक्षक सुरेश कुमार सैनी, भलाई शाखा निरीक्षक बीरभान व सभी थाना प्रभारी, चौकी इंचार्जों सहित अन्य पुलिसकर्मी उपस्थित रहें।