स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुधीर राजपाल और आईएमए के पदाधिकारियों के बीच हुई वार्ता में मांगों पर बनी सहमति
Haryana News Chandigarh (आज समाज) चंडीगढ़: हरियाणा के निजी अस्पतालों में आयुष्मान योजना के लाभार्थियों का इलाज गुरुवार से एक बार फिर शुरू हो जाएगा। स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुधीर राजपाल और आईएमए (इंडियन मेडिकल एसोसिएशन) हरियाणा के पदाधिकारियों के बीच हुई वार्ता में मांगों पर सहमति बन गई है। स्वास्थ्य विभाग ने लिखित आश्वसन दिया कि 15 जुलाई तक लंबित 133 करोड़ रुपये अस्पतालों को जारी कर दिए जाएंगे। बैठक के बाद आईएमए हरियाणा के राज्य प्रधान डॉ. अजय महाजन ने एलान कि वह संतुष्ट हैं और अब निजी अस्पताल इस योजना के तहत मरीजों का इलाज करना शुरू कर देंगे। 30 जून को आईएमए हरियाणा ने 1 जुलाई से इस योजना के तहत मरीजों को इलाज देने से बंद करने का एलान किया था। बुधवार को हरियाणा सचिवालय में एक घंटा चली बैठक में निजी अस्पताल संचालकों ने बताया कि क्लेम की राशि मिलने में एक साल से छह माह तक का समय लगता है। आयुष्मान भारत हरियाणा अथॉरिटी के अधिकारियों से जब संपर्क किया जाता है तो ठोस जवाब नहीं दिया जाता। अतिरिक्त मुख्य सचिव सुधीर राजपाल ने कहा कि भविष्य में राशि जारी करने में विलंब नहीं होगा। अथॉरिटी के पास डाक्टरों की कमी थी, इसे दूर कर दिया गया है। 15 जुलाई तक लंबित क्लेम की राशि जारी कर दी जाएगी। एक दिन पहले ही 50 हजार क्लेम निपटाते हुए विभाग ने 18 करोड़ की राशि जारी की गई थी। लंबित केस निपटाने के लिए 70 अतिरिक्त डॉक्टरों को काम सौंपा गया है। प्रत्येक डॉक्टर को 1500 केस निपटाने होंगे। बैठक में एसीएस के साथ स्वास्थ्य विभाग के महानिदेशक डॉ. आरएस पूनिया, आयुष्मान अथॉरिटी के सीईओ डॉ. आदित्य दहिया भी मौजूद रहे।
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