संजीव कौशिक, रोहतक:
Tractor March Of Anganwadi Workers: आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका तालमेल कमेटी के आह्वान पर प्रदेशव्यापी हड़ताल 66वें दिन भी उत्साह के साथ जारी रही। आज बहनों ने मानसरोवर पार्क से ट्रैक्टर मार्च किया। साथ ही आंगनबाड़ी कार्यकतार्ओं व सहायिकाओं ने मानसरोवर पार्क में सभा की। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका यूनियन हरियाणा संबंधित एआईयूटीयूसी की प्रदेश महासचिव पुष्पा दलाल ने कहा कि अब आंदोलन का विस्तार किया जा रहा है। आज आंगनबाड़ी बहनों ने ट्रैक्टर ट्रॉली में बैठकर मार्च किया है।
आंदोलन से आम जनता को भी जोड़ा Tractor March Of Anganwadi Workers
इस मार्च से हमने आम जनता को भी अपने आंदोलन से जोड़ने का काम किया है। हम जनता को बता रहे हैं कि खट्टर सरकार झूठी सरकार है। यह अपनी खुद की घोषणाओं को भी लागू नहीं कर रही है। आज के इस मार्च में पूरे जिले की तमाम आंगनबाड़ी बहनों ने हिस्सा लिया। यह मार्च मानसरोवर पार्क से छोटूराम चौक, भिवानी स्टैंड, पुराना बस स्टैंड, माता दरवाजा, सुखपुरा चौक, नया बस स्टैंड से वापस मानसरोवर पार्क तक निकला गया। आंदोलन की यह लहर अब जल्द ही दूसरे जिलों में भी शुरू होने जा रही है। वहां की आंगनबाड़ी बहनें आंदोलन के लिए आतुर हैं। जल्द ही और धरने शुरू किए जाएंगे।
कार्यकर्ता बोलीं: सरकार की हर कार्रवाई का जवाब देंगे Tractor March Of Anganwadi Workers
उन्होंने कहा कि हम सभी आंगनबाड़ी बहनें एकजुट हैं। हम सरकार की हर कार्रवाई का जवाब देंगे। हर कीमत पर अपनी सारी मांगों को पूरा कराके ही मानेंगी। प्रशासन के हर तरह के दमन से हमारा आंदोलन दबने वाला नहीं है। आखरी दम तक हम लड़ेंगी और जीतेंगी। हरियाणा सरकार के पास हमारी इन मांगों को नकारने का कोई तर्क नहीं है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाएं कोई नई मांग नहीं कर रही है, बल्कि प्रधानमंत्री 2018 की घोषणा को लागू करने की मांग कर रही हैं। इससे इन्कार कर हरियाणा सरकार अपने ही प्रधानमंत्री की अवमानना कर रही है।
कर्मियों ने पुरानी मांगों को ही दोहराया Tractor March
आंगनबाड़ी कर्मियों ने आज फिर अपनी मांग दोहराई। उन्होंने मांग की कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाओं को सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया जाए जब तक कर्मचारी नहीं बनाया जाता तब तक न्यूनतम वेतन कार्यकर्ता को 24000 व सहायिका को 16000 रू दिया जाए। 2018 में की गई घोषणाओं को लागू करते हुए महंगाई भते की तमाम किस्त मानदेय में जोड़कर दी जाए। महंगाई भते का बकाया ऐरियर भी तुरंत दिया जाए। विभाग द्वारा ईबिना फोन व अन्य संसाधन दिए कार्यकर्ता पर आॅनलाइन का काम ना करवाया जाए। प्रधानमंत्री द्वारा सिंतबर 2018 में की गई कार्यकर्ता की 1500 एवं सहायिका का 750 रुपए की बढ़ौतरी को ऐरियर समेत दिया जाए। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को 5 लाख व सहायिका को 3 लाख रुपए रिटायरमेंट लाभ दिया जाए।
इन मांगों पर भी ध्यान दे सरकार Tractor March Of Anganwadi Workers
रिटायरमेंट पेंंशन लागू की जाए। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से सुपरवाइजर के रूप में 50 प्रतिशत की पदोन्नति को बिना किसी शर्त के लागू किया जाए। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका को विभागीय ट्रेनिंग या मीटिंग में बुलाने पर टीए व डीए दिया जाए तथा 18 किलोमीटर की सीमा खत्म की जाए। आंगनबाड़ी कर्मी की दुर्घटना होने पर इलाज का पूरा खर्च मिले। मृत्यु होने पर अन्य विभागों की तर्ज पर 3 लाख रुपए मुआवजा व आश्रित को नौकरी मिले। आंगनबाड़ी कर्मी की वर्दी की राशि बढ़े व सालाना कम से कम 2000 रुपए की जाए। नई शिक्षा नीति वापस हो। प्ले वे स्कूल के नाम पर आईसीडीएस का निजीकरण ना किया जाए। आईसीडीएस में किसी भी एनजीओ या प्राइवेट संस्था को शामिल करने की अनुमति ना दी जाए।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पर दर्ज केस वापस हों Tractor March
आईसीडीएस में खाली पड़े हैल्परों, वर्करों, सुपरवाइजरों, सीडीपीओ, पीओ आदि के तमाम पदों को भरा जाए ताकि विभाग के काम का संचालन ठीक प्रकार से हो। राज्य में आन्दोलन के दौरान आंगनबाड़ी कर्मियों पर बने रोड जाम के मुकद्दमें निरस्त किए जाएं। सभी वर्कर्स एवं हैल्पर्स को ईएसआई एवं पीएफ के तहत कवर किया जाए व तुरंत इनके खाते खुलें। वर्कर्स व हैल्पर्स को मैडिकल अवकाश दिया जाए। मिनी आंगनबाड़ी केन्द्र में हैल्पर की भर्ती की जाए।
इन लोगों ने लिया आंदोलन में भाग Tractor March Of Anganwadi Workers
इस मौके पर रोहतक जिला प्रधान रोशनी चौधरी, सुनीता वर्मा, संतोष दादरी, महम ब्लॉक सचिव दर्शना, रोशनी पाकस्मा, रामभतेरी, सीमा, संतोष, कविता, सुनीता, सुमित्रा, कौशल्या चहल ने भी अपने विचार रखे।
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