नई दिल्ली, Chennai Metro: चेन्नई मेट्रो के फेज 2 की परियोजनाओं में तेजी आ रही है। जिससे अधिकारियों को उम्मीद है कि तीन महीने में, ड्राइवरलेस मेट्रो ट्रेनों के परीक्षण के लिए बल्लास्टलेस ट्रैक पूनमल्ली डिपो में तैयार हो जाएंगे। इस बीच, शहर को अगस्त में अपनी पहली ड्राइवरलेस ट्रेन मिलेगी। कॉरिडोर 4 के लिए अन्य ट्रेन सेट कुछ महीनों के भीतर तमिलनाडु की राजधानी में पहुंच जाएंगे। डिपो के नवंबर 2025 तक फेज 2 के पहले हिस्से के साथ खुलने की उम्मीद है। जो कॉरिडोर 4 पर पूरूर से पूनमल्ली तक फैला हुआ है और इसमें 10 स्टेशन हैं। यह डिपो लाइटहाउस से पूनमल्ली बाईपास तक चलने वाले कॉरिडोर 4 की सभी ट्रेनों की सर्विस करेगा। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सीएमआरएल के प्रोजेक्ट्स डायरेक्टर टी अर्चुणन ने कहा कि टेस्ट ट्रैक अक्तूबर तक तैयार हो जाएगा। एक बार ट्रेन आने के बाद, यह दो महीने तक टेस्ट ट्रैक पर परीक्षण करेगी, इसके बाद एलिवेटेड कॉरिडोर पर परीक्षण किया जाएगा। अधिकारियों के अनुसार, पूनमल्ली डिपो का लगभग 75 प्रतिशत निर्माण पूरा हो चुका है। एक अधिकारी ने कहा कि स्टेबलिंग शेड और वर्कशॉप शेड आने वाले महीनों में पूरा हो जाएगा। और पास के पूनमल्ली स्टेशन की छत मार्च 2025 तक पूरी होने की उम्मीद है। 116.1 किमी की लंबाई वाले तीन कॉरिडोर के साथ परियोजना का फेज 2, 2025 और 2028 के बीच कई चरणों में खुलेगा। एक अन्य अपडेट में, भारतीय यात्रियों के लिए सार्वजनिक परिवहन के अनुभव को बढ़ाने के लिए, गूगल ने एक नई सुविधा की घोषणा की है जो उपयोगकर्ताओं को चेन्नई और कोच्चि में सीधे गूगल मैप्स एप के जरिए मेट्रो टिकट बुक करने की अनुमति देती है। इस हफ्ते से, जब इन दो शहरों के उपयोगकर्ता सार्वजनिक परिवहन के निदेर्शों की खोज करेंगे, तो अब उन्हें मेट्रो यात्रा के लिए एक नया बुकिंग विकल्प दिखाई देगा। एक साधारण टैप के साथ, उन्हें पूरी बुकिंग और भुगतान प्रक्रिया के जरिए निर्देशित किया जा सकता है। जिससे स्टेशन पर लंबी कतारों में इंतजार करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। यह नई सुविधा ओएनडीसी (ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स) और नम्मा यात्री द्वारा संचालित है। जो विभिन्न तरह के सार्वजनिक परिवहन के लिए सहज टिकटिंग की सुविधा प्रदान करता है। गूगल की योजना भविष्य में इस कार्यक्षमता का विस्तार ज्यादा शहरों और सार्वजनिक परिवहन के अतिरिक्त साधनों तक करना है। जिससे समग्र यात्रा अनुभव में सुधार होगा। गूगल के एक प्रवक्ता ने कहा कि हम भारतीय उपयोगकतार्ओं के लिए सार्वजनिक परिवहन को ज्यादा सुलभ और कुशल बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। गूगल मैप्स में सीधे मेट्रो टिकट को इंटीग्रेट करके, हमारा मकसद यात्रा प्रक्रिया को सरल बनाना और स्थायी परिवहन के साधनों के इस्तेमाल को प्रोत्साहित करना है।