International Geeta Mahotsav: कलाकारों की मनमोहक अदाओं व लोक वाद्य यंत्रों ने निकली सुरीली धुनों से पर्यटक हो रहे मंत्रमुग्ध

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International Geeta Mahotsav: कलाकारों की मनमोहक अदाओं व लोक वाद्य यंत्रों ने निकली सुरीली धुनों से पर्यटक हो रहे मंत्रमुग्ध
International Geeta Mahotsav: कलाकारों की मनमोहक अदाओं व लोक वाद्य यंत्रों ने निकली सुरीली धुनों से पर्यटक हो रहे मंत्रमुग्ध

महोत्सव के यादगार पलों को पर्यटक कर रहे मोबाइल कैमरों में कैद
International Geeta Mahotsav (आज समाज) कुरुक्षेत्र: अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में ब्रह्मसरोवर के तट पर पर्यटकों के मनोरंजन के लिए तरह-तरह के लोक सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है। महोत्सव में ब्रह्मसरोवर के पावन तट पर कई ढोल-नगाड़े के साथ-साथ डेरू वाले संगीत ने पर्यटकों को नाचने पर मजबूर कर रहे है। गौरतलब है कि 28 नवंबर से ही शिल्प और सरस मेले की शुरूआत के साथ ही यह कलाकार महोत्सव में पहुंच गए थे और लगातार अपने-अपने राज्यों के लोक नृत्यों के माध्यम से पर्यटकों का मनोरंजन करने का काम कर रहे है।

अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में 15 दिसंबर तक चलने वाले अंतरराष्ट्रीय क्राफ्ट और सरस मेले में पर्यटकों के मनोरंजन के लिए और इस महोत्सव को भव्य स्वरूप देने के लिए कई तरह के लोक सांस्कृतिक कार्यक्रम करवाए जा रहे है। इस महोत्सव में जहां एक और हरियाणा और पंजाब की लोक संस्कृति देखने को मिल रही है, वहीं दूसरी ओर जम्मू एंड कश्मीर, उत्तराखंड, पंजाब, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, वेस्ट बंगाल, महाराष्ट्र, असम, त्रिपुरा, मिजोरम, मेघालय, दिल्ली, लद्दाख सहित कई राज्यों की अदभुत लोक संस्कृति देखने को मिल रही है। अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में आने वाले पर्यटक इन राज्यों की अदभुत और संगीतमय लोक संस्कृति को देखकर मंत्रमुग्ध हो गए है।

दूसरे राज्यों में भी सुनने को मिल महोत्सव की गूंज

एनजेडसीसी के अधिकारी जरनैल सिंह ने कहा कि महोत्सव में इन लोक कलाकारों ने अपना जौहर और अपने-अपने राज्यों की लोक संस्कृति को ब्रह्मसरोवर के तट पर दिखाकर इस भव्य आयोजन को और भव्य बनाने का काम किया है।

इन लोक कलाकारों ने इस महोत्सव में ऐसा रंग भर दिया है कि इनको देखने वाले पर्यटकों को नाचने पर मजबूर कर दिया है। इस अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव की गूंज यहां ही नहीं बल्कि दूसरे राज्यों में भी सुनने को मिल रही है, दूर दराज से आने वाले पर्यटक जहां अपने राज्यों में जाने के बाद भी इस महोत्सव की जमकर प्रशंसा कर रहे है।

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