आज समाज डिजिटल, धर्मशाला (Tourism in Pong Dam) : प्रदेश सरकार द्वारा पौंग डैम क्षेत्र में पर्यटन विकास गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए वन्यजीव अभ्यारण्य के तहत कुछ जगहों को इससे बाहर करने का कार्य किया गया है।
प्रदेश सरकार द्वारा कांगड़ा जिला को पर्यटन राजधानी के रूप के विकसित करने के साथ पौंग झील में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए यहां पर जलक्रीड़ा, शिकारा और क्रूज जैसी सुविधा उपलब्ध करवाने की घोषणा की है। प्रदेश सरकार जिला को पर्यटन राजधानी बनाने के उद्देश्य से कार्य कर रही है। जिला कांगड़ा को पर्यटन राजधानी के रूप में पहचान मिल सके, इसके लिए प्रशासन द्वारा गंभीर प्रयास किए जा रहे हैं।
पौंग डैम में पर्यटन की अपार सम्भावनाओं को मद्देनजर रखते हुए प्रदेश सरकार द्वारा कुछ जगहों को वन्य प्राणी अभ्यारण्य से बाहर किया गया है ताकि इस क्षेत्र में पर्यटन गतिविधियों को विकसित करने की दिशा में विशेष कार्य योजना के तहत कार्य किया जा सके। प्रदेश सरकार पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए यहां पर पर्यटन गतिविधियों को बढ़ाने के साथ इस क्षेत्र को पर्यटन हब बनाने के लिए प्रयासरत है। जिससे विश्व के पर्यटन मानचित्र पर पौंग क्षेत्र को पहचान मिल सके।
पौंग डैम में जलक्रीड़ा तथा अन्य पर्यटन गतिविधियां शुरू होने से जहां देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों की संख्या में इजाफा होगा वहीं स्थानीय लोगों विशेषकर बेरोजगार युवाओं के लिए स्वरोजगार के बेहतर अवसर भी उपलब्ध होंगे।
यह भी पढ़ें : नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर बोले, दृष्टिहीन और दिशाहीन है सुक्खू सरकार का बजट
यह भी पढ़ें : कबड्डी प्रतियोगिता की विजेता टीम राज्यपाल से मिलीं
यह भी पढ़ें : मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने थपथपाई कैथल भाजपा के वरिष्ठ नेता सुरेश गर्ग नौच की पीठ
यह भी पढ़ें : मेले व पर्व किसी भी समाज की जीवन परंपराओं व समृद्ध संस्कृति के परिचायक : राखिल काहलों