आठवां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस खंड स्तर पर तोशाम व कैरू में बड़ी धूमधाम से मनाया गया। खंड तोशाम में चौ. बंसीलाल राजकीय महिला महाविद्यालय तोशाम व खंड कैरू में राजकीय महिला महाविद्यालय में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में देश के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी व प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री श्री मनोहरलाल का संदेश भी एलईडी के माध्यम से दिखाया गया।
योगासनों और प्राणायाम का अभ्यास
योग साधकों ने एकरूपता के साथ विभिन्न योगासनों और प्राणायाम का अभ्यास किया। जिसमें विद्यार्थियों, सरकारी अधिकारियों-कर्मचारियों, आयुष विभाग, पतंजलि सहित अन्य संस्थाओं के प्रतिनिधि शामिल हुए। तोशाम में आयुष विभाग की ओर से डॉ नरेंद्र दलाल व डिस्पेंसर प्रदीप भानखड़ और कैरू में डॉ संजय कुंगड़ ने सभी अतिथियों व गणमान्य लोगों का स्वागत किया।
योग मानवता के लिए योग दिवस
तोशाम में आयोजित कार्यक्रम में बोलते हुए नायब तहसीलदार अशोक कुमार ने कहा कि योग दिवस मनाने का मकसद योग को घर-घर तक पहुंचाना है, ताकि लोग इसके जरिए बेहतर जीवनशैली अपनाते हुए स्वस्थ रहें। उन्होंने कहा कि इस बार योग मानवता के लिए मनाया जा रहा। योग हमें अनुशासित होना सिखाता है। पूरी दुनिया ने सदी की सबसे बड़ी महामारी कोरोना को देखा और इस दौरान लोगों ने समझा भी की योग से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। नायब तहसीलदार ने उपस्थित लोगों से बरसात के मौसम में अधिक से अधिक पौधारोपण किए जाने की अपील की।
ऋषि परम्परा को पूरी दुनिया में पहुंचाया
भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष नन्दराम धानिया व मंडल अध्यक्ष विक्की महता ने कहा कि हम सब प्रधानमंत्री के ऋणी हैं, जिन्होंने भारत की ऋषि परम्परा को न केवल भारत मे बल्कि पूरी दुनिया में पहुंचाया। आज विश्व के देशों ने योग को अपनाया है। भारत को अपनी विरासत पर गर्व करना चाहिए।
योग से शारीरिक और मानसिक विकास
कैरू में बीडीपीओ जितेंद्र कुमार व खंड शिक्षा अधिकारी अनिताबाई ने कहा कि योग करने से शारीरिक और मानसिक विकास होता है। योग रोग से लड़ने की क्षमता प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि सभी को अपने जीवन में योग को शामिल करना चाहिए। इसके करने से शरीर निरोग रहता है।
योगासन और प्राणायाम कराया
तोशाम में योगाचार्य सतेंद्र आर्य, पतंजलि योग समिति तोशाम से महिला प्रभारी सुदर्शना काठपालिया और आयुष विभाग ने प्रोटोकॉल के तहत योगासन और प्राणायाम कराया। इसमें मुख्य रूप से ताड़ासन, वृक्षासन, पाद हस्तासन, अर्ध चक्रासन व त्रिकोणासन, बैठकर करने वाले दंडासन, भद्रासन, वज्रासन, अर्ध उष्टासन, उष्टासन, शशकासन, उत्तानमंडूक व वक्रासन, पेट के बल लेटकर किए वाले मकरासन, भुजंगासन, शलभासन, पीठ के बल लेटकर किए वाले बंधासन, उत्तानपाद आसन, अर्ध हलासन, पवनमुक्तासन व शवासन के नाम शामिल हैं। इसके अलावा कपालभाति, अनुलोम-विलोम, शीतली, भ्रामरी व ध्यान का भी अभ्यास कराते हुए संकल्प और शांति पाठ करवाए गए।
इस मौके पर उपस्थित रहे
इस मौके पर खंड शिक्षा अधिकारी रघुवीर सिंह, प्राचार्य दलीप सिंह, आरएफओ जयप्रकाश सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी, कर्मचारी, स्कूली बच्चे व गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।