सुमन, तोशाम :
उपायुक्त जयवीर सिंह आर्य के निदेर्शानुसार व एसडीएम मनीष कुमार फौगाट के मार्गदर्शन में स्वामित्व योजना के तहत ग्रामीणों को उनकी संपत्ति का मालिकाना हक देने की दिशा में प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं। योजना को सिरे चढ़ाने के लिए अवकाश के दिनों में भी गांवों में खुले दरबार लगाए जा रहे हैं। इसी क्रम में गांव चनाना में लाल डोरा के अंतर्गत आने वाले मकानों की रजिस्ट्रियां सौंपने का कार्य पूर्ण कर दिया गया है। स्वामित्व योजना के तहत चनाना जिले का पहला ऐसा गांव बन गया है जिसमें लाल डोरा के अंतर्गत आने वाले सभी मकानों के मालिकाना हक के कागजात ग्रामीणों को सौंप दिए गए हैं।
खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी रविंद्र दलाल ने बताया कि स्वामित्व योजना को मूर्त रूप से लागू किया जा रहा है। गांवों में रजिस्ट्री करते हुए ग्रामीणों को उनकी जमीन के मूल दस्तावेज सौंपे जा रहे हैं। इसी श्रृंखला में गांव चनाना में यह कार्य सौ फीसदी पूरा कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि चनाना जिले का पहला ऐसा गांव बन गया है जिसमें स्वामित्व योजना के तहत लाल डोरा के अंतर्गत आने वाली संपति के मालिकाना हक के कागजात संबंधित ग्रामीण को सौंप दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि खंड के अंतर्गत आने वाले विभिन्न 28 गांवों में करीबन साढ़े 13 सौ रजिस्ट्रियां कर उनके कागजात सम्बंधित मालिकों को सौंपे जा चुके हैं।
एसडीएम मनीष कुमार फौगाट ने कहा कि टीम भावना के साथ स्वामित्व योजना का क्रियान्वयन करते हुए लाल डोरा मुक्त गांव बनाए जा रहे हैं। गांव के लोगों को उनकी जमीन का मालिकाना हक देने के लिए निरंतर विभागीय स्तर पर प्रक्रिया अमल में लाई जा रही है। एसडीएम ने कहा कि इस कार्य के लिए यदि अवकाश के दिनों में भी विभागीय कार्य किए जाने की जरूरत है तो वह भी निरंतरता से पूरा करने में कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। उन्होंने कहा कि स्वामित्व योजना सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है। इसका उद्देश्य ग्रामीणों को उनका मालिकाना हक देना है। इसके लिए सभी गांवों को डोरा मुक्त किया जा रहा है, जिससे संबंधित मालिक को उसके मकान या जमीन के मालिक होने का प्रमाण पत्र दिया जा सके।