अब इस नेता ने साधा हरीश रावत पर निशाना
आज समाज डिजिटल, चंडीगढ़:
Punjab Legislative Assembly Election 2022 पंजाब कांग्रेस में तकरार की स्थिति थमने का नाम नहीं ले रही। विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं और कांग्रेस नेता एक दूसरे को ही निशाना बनाने पर जुटे हुए हैं। नवजोत सिंह सिद्धू और कैप्टन अमरिंदर सिंह के बीच 2019 में शुरू हुआ विवाद पंजाब में कांग्रेस पार्टी में नए विवाद की शुरुआत था। विवाद के चलते कैप्टन अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा। कांग्रेस हाईकमान ने सोचा की कैप्टन का इस्तीफा और सिद्धू को प्रदेश अध्यक्ष बनाने के बाद कांग्रेस एकजुट होकर आने वाले विधानसभा चुनाव लड़ेगी और जीत हासिल करेगी। इसी के चलते हाईकमान ने चरणजीत सिंह चन्नी के रूप में नया सीएम प्रदेश को दे दिया।
Punjab Legislative Assembly Election 2022 नहीं थमे विवाद
नवजोत सिंह सिद्धू को कांग्रेस अध्यक्ष और चरणजीत सिंह चन्नी को सीएम बनाने के बाद भी कांग्रेस में विवाद नहीं थमा। जल्द ही प्रदेश अध्यक्ष ने नए सीएम से अपनी नाराजगी जतानी शुरू कर दी। मामला फिर से हाईकमान के पास पहुंचा। जहां सीएम और प्रदेश अध्यक्ष दोनों को अलग-अलग बुलाया गया। हाईकमान ने दोनों को ही अनुशासन में रहकर बयानबाजी के लिए कहा।
Punjab Legislative Assembly Election 2022 अब रावत और मनीष तिवारी उलझे
हाईकमान ने सीएम और प्रदेश प्रभारी को तो किसी तरह से बयानबाजी से बचने की सलाह दे दी लेकिन अब नया विवाद पूर्व प्रभारी हरीश रावत और राज्यसभा सांसद मनीष तिवारी के बीच शुरू हो गया है। मनीष तिवारी ने आरोप लगाया कि पंजाब राज्य इकाई में अराजकता फैलाई जा रही है। मनीष तिवारी ने कहा कि हरीश रावत जी मैं उन दिनों एनएसयूआई का नेतृत्व करता था जब आप कांग्रेस सेवादल का करते थे। मेरे मन में आपके लिए बहुत सम्मान है। चूंकि आपने मुझे एक साक्षात्कार में संदर्भित किया है, इसलिए मैं आपको यह बात बताना चाहता हूं के 40 साल से अधिक समय में मैंने कांग्रेस में ऐसी अराजकता कभी नहीं देखी। मनीष तिवारी ने आगे लिखा कि पिछले 5 महीनों से यह पंजाब कांग्रेस बनाम पंजाब कांग्रेस की लड़ाई हो चुकी है। क्या हमें लगता है कि पंजाब के लोग इस डेली सोप ओपेरा से घृणा नहीं करते हैं?
Also Read : Shock to Congress in Odisha, प्रदेश कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष ने छोड़ी पार्टी