नई दिल्ली। राज्यसभा में मंगलवार को नेता विपक्ष रहे गुलाम नवी आजाद सहित चार सांसदों के कार्यकाल पूरे होने पर पीएम ने विदाई संदेश दिया। बेहद अनुभवी और राजनीति के जाने माने चेहरे गुलाम नवी आजाद केबारे में बातेंकरते हुए प्रधानमंी नरेंद्र मोदी का गला रुंध गया। वह इस दौरान काफी भावुक दिखे। पीएम मोदी ने कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद की खुले दिल से प्रशंसा की। उनकी कार्यशैली तारीफ की साथ उन्होंने उनके विनम्रऔर सभी की चिंता करनेवाले स्वाभाव केबारे मेंभी संसद में बताया। उन्होंने कहा कि ‘मुझे चिंता इस बात की है कि गुलाम नबी जी के बाद इस पद को जो संभालेंगे, उनको गुलाम नबी जी से मैच करने में बहुत दिक्कत पड़ेगी।
कांग्रेस सांसद गुलाम नवी आजाद का राज्यसभा कार्यकाल समाप्त हो रहा है। वह रिटायर हो रहे हैं। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री और आरपीआई नेता रामदास अठावले ने गुलाम नवी आजाद को कहा कि आपकी राज्यसभा को जरूरत है। आपको राज्यसभा में वापस आना चाहिए। उन्होंने तो यहां तक कह दिया कि अगर आपको कांग्रेस नहीं लाती है तो हम आपको वापस लानेके लिए तैयार हैं। इस सदन को आपकी जरूरत है। राज्यसभा में आज जब पीएम मोदी बोल रहे थे तो गुलाम नवी आजाद के संबंध में बातें करते हुए और पुरानी यादों को ताजा करते हुए वह भावुक हो गए और उनका गला रुंध गया। उन्हों जम्मू-कश्मीर की आतंकी घटना का जिक्रकिया जिसमें गुजरात के कई लोग मारे गए थे। आज पीएम ने राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद सहित चार सदस्यों का कार्यकाल पूरा होने पर शुभकामनाएं दीं और कहा कि सदन के अगले नेता प्रतिपक्ष को आजाद द्वारा स्थापित मानकों को पूरा करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। यहां तक कि पीएम ने उनके कार्यकाल में उनके कार्योंऔर उनके स्वभाव के बारे में चर्चा करते हुए उन्हेंस्लयूट भी किया। उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेता के पद पर रहते हुए उन्होंने कभी दबदबा स्थापित करने का प्रयास नहीं किया। गुलाम नवी आजाद की सौम्यता, विनम्रता और देश के लिए कुछ कर गुजरने की कामना प्रशंसनीय है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आजाद की यह प्रतिबद्धता उन्हें आगे भी चैन से नहीं बैठने देगी और उनके अनुभवों से देश लाभान्वित होता रहेगा।