Aaj Samaj (आज समाज), Tomato Prices, नई दिल्ली: नई उपज के बाद सितंबर के पहले सप्ताह में टमाटर के दाम कम होने की उम्मीद है। सरकारी प्रयासों से शुरू में थोड़ी सुस्ती के बाद टमाटर की कीमतें फिर तेज हो गई हैं। आफ सीजन होने के चलते टमाटर के दाम पर तत्काल नियंत्रण संभव भी नहीं दिख रहा है। सस्ते मूल्य पर सरकारी स्टोर से भी उपभोक्ताओं को पर्याप्त राहत नहीं मिल सकी है। ऐसे में वित्त मंत्रालय का कहना है कि अब नई उपज से ही उम्मीद है, जो बाजार में सितंबर के पहले हफ्ते से उपलब्ध हो सकती है।
बेहताशा वृद्धि के दो मुख्य कारण
वित्त मंत्रालय ने टमाटर दाम में बेहताशा वृद्धि के दो मुख्य कारण बताए हैं। पहला जून से अगस्त के बीच आफ सीजन के चलते पूरे देश में टमाटर की उपज कम से कम होती है और अक्सर इसी दौरान हर साल टमाटर के दामों में बढ़ोतरी की प्रवृत्ति देखी जाती है। दूसरा कारण है कि देश के कई हिस्सों में इस बार इन्हीं महीनों में अतिवृष्टि होती रही, जिसके चलते एक राज्य से दूसरे राज्यों में यातायात प्रभावित हुआ। मूल्य वृद्धि पर इसका बड़ा फर्क पड़ा है। फिर भी केंद्र सरकार ने टमाटर के मूल्य को नियंत्रण में रखने के लिए मूल्य नियंत्रण कोष के तहत टमाटर की खरीद शुरू की है, जो अब भी जारी है। फिर भी मांग की तुलना में आपूर्ति में कमी देखी जा रही है।
पिछले वर्ष की तुलना में उत्पादन में मामूली कमी
उपभोक्ता मंत्रालय के मुताबिक पिछले वर्ष 206.94 लाख टन टमाटर का उत्पादन हुआ था और इस वर्ष 206.21 लाख टन टमाटर का उत्पादन हुआ है। स्पष्ट है कि इस मामूली कमी से कीमतों पर कोई खास असर नहीं पड़ सकता। सरकार का एक तर्क यह भी है कि टमाटर तुरंत खराब हो जाने वाली उपज है, इसलिए आलू-प्याज की तरह इसका अधिक समय तक भंडारण नहीं किया जा सकता है। ऐसी स्थिति में जबतक उत्पादन पर्याप्त नहीं हो जाता है, तब तक कमी को पूरी तरह दूर नहीं किया जा सकता है।
उत्तर प्रदेश : पाव में 4 टमाटर मिलने पर सब्जी वाले से भिड़ी महिला
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में एक महिला टमाटर के बढ़ते दामों को लेकर सब्जी वाले से भिड़ गई। महिला ने दुकानदार से 250 ग्राम टमाटर लिए, लेकिन 250 ग्राम में 4 ही टमाटर आए। इसे देखकर महिला ने सब्जी वाले से बहस शुरू कर दी और दोनों में काफी कहासुनी हुई। इसके कुछ देर बाद महिला एक पुरुष के साथ लौटी और दुकानदार से मारपीट शुरू कर दी। टमाटर विक्रेता का साथी भी महिला के साथ पहुंचे युवक से लड़ने लगा। विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों पक्षों में जमकर मारपीट हुई और घटना सीसीटीवी में कैद हो गई। मामला पुलिस तक पहुंच गया। पुलिस ने फिर समझौता करवाया।
कर्नाटक : किसान ने 45 दिन में 50 लाख रुपए कमाए
उत्तरी कर्नाटक के विजयपुरा जिले के किसान 40 वर्षीय भीमू बावसिंह लमानी ने 45 दिन में टमाटर से 50 लाख कमाए हैं। उन्होंने अपनी चार एकड़ सूखी जमीन पर टमाटर की खेती की और महज 45 दिन 50 लाख रुपए कमा लिए। अगर मौजूदा कीमत तीन सप्ताह तक जारी रहती है तो उन्हें 50 लाख अधिक मुनाफा होने की उम्मीद है। 25 किलो टमाटर वाली प्रत्येक ट्रे से लमानी को 2,500 से 3,000 रुपए मिल रहे हैं। पहले प्रत्येक ट्रे से 800 से 1,000 रुपया मिलता था।
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