काबुल। अफगानिस्तान की महिलाएं राष्टÑपति के चुनाव के लिए वोटिंग करेंगी। उन्हें डर है कि कहीं देश में तालिबान जैसी कट्टरपंथी सरकार न लौट आए। उन्हें काफी मेहनत से हासिल हुए अधिकारों की रक्षा के लिए वे आगामी राष्ट्रपति चुनाव में अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगी।
एफे न्यूज के शनिवार की रिपोर्ट के मुताबिक, कार्यकर्ता मुकादसा अहमदजई (25), उस समय एक बच्ची थीं, जब 1996 से लेकर पांच सालों तक तालिबान ने देश पर शासन किया था। वह नागंरहार में महिलाओं के लिए काम करती हैं, जो कि उन सबसे खतरनाक प्रांतों में से एक है जहां तालिबान और इस्लामिक स्टेट आतंकवादी समूहों का काफी बड़े इलाकों पर कब्जा है।
उन्होंने कहा, ‘महिलाओं को अपनी उपलब्धियों की रक्षा करने के लिए और अपने अधिकारों की सुरक्षा के लिए आगामी चुनाव में सक्रिय रूप से भाग लेना चाहिए और एक ऐसा राष्ट्रपति चुनना चाहिए जो शांति वातार्ओं में तालिबान के खिलाफ उनके अधिकारों की सचमुच रक्षा कर सके।’