Ambala News, अंबाला: जलभराव वाली गलियाें का सर्वे किया जाएगा ताकि बारिश के पानी की निकासी के उचित प्रबंध किए जा सकें। सर्वे के दौरान यह भी देखा जाएगा कि पानी निकासी में कहां और क्या समस्या है, अगर गली का स्तर आसपास की गलियों से नीचा है तो उसे लेवल में किया जाएगा, अन्यथा पानी की निकासी के लिए नालियों का निर्माण करवाया जाएगा।
ऐसी योजना नगर परिषद सदर की ओर से तैयार की गई है, जिससे कि लोगों को जलभराव की समस्या से निजात मिल सके। लगातार हो रही बारिश के कारण अंबाला छावनी के निचले क्षेत्रों में पिछले कुछ दिनों से लगातार जलभराव हो रहा है। हैरानी की बात है कि 48 घंटे बीत जाने के बाद भी पानी गलियों से नहीं उतरा है। इसका खामियाजा स्थानीय लोगों को भुगतना पड़ रहा है और वो प्रशासन और नगर परिषद की कार्यशैली को कोस रहे हैं।
रामनगर, हाउसिंग बोर्ड, गोबिंद नगर, महेश नगर, बैंक कॉलोनी, पूजा विहार, राजा पार्क दर्जनों ऐसे क्षेत्र हैं जो बरसों से जलभराव की समस्या को झेल रहे हैं और नगर परिषद आज तक इन क्षेत्रों से पानी की निकासी का कोई भी उचित समाधान नहीं कर पाई है।
सीवर से नहीं कनेक्शन
नगर परिषद ने करोड़ों रुपये की लागत से छावनी क्षेत्र में सीवरेज पाइप डाल दिया है, लेकिन इस सीवरेज पाइप का कनेक्शन आज भी अधिकांश लोगों ने नहीं लिया है। इसलिए आज भी गलियों का पानी सड़कों पर जमा हो रहा है। इस परेशानी के समाधान को लेकर भी नगर परिषद जल्द ही लोगों को प्रेरित करने के लिए अभियान चलाएगी ताकि सीवर का कनेक्शन लेकर बिना किसी परेशानी के गंदे पानी की निकासी हो सके और गलियां जलभराव की समस्या से मुक्त हो सकें।
इंटरलॉकिंग टाइल्स की सड़कें मुसीबत
मैंट्रो सिटी में जिन इंटरलॉकिंग टाइल्स से फुटपाथ बनते हैं वो अब अंबाला छावनी की सड़कों पर लगाई जा रही हैं जोकि हल्के दबाव से ही धंस जाती हैं और फिर ये धंसी हुई इंटरलॉकिंग टाइल्स से निर्मित सड़कें भी जलभराव का कारण बनती हैं। यह परेशानी अंबाला छावनी के हर गली-मोहल्ले में है। इसकी जगह या तो आरसीसी की सड़कें बननी चाहिए या फिर तारकोल मिश्रण की।
सड़कों पर जलभराव की समस्या को लेकर लगातार शिकायतें मिल रही हैं। कुछ गलियों के सर्वे के लिए टीम गठित की गई है जो मौके पर जाकर हालात देख रही हैं। रिपोर्ट मिलने के बाद ऐसी गलियों के सुधार को लेकर आगामी प्रक्रिया आरंभ की जाएगी।