एजेंट ने युवक के आधार कार्ड का इस्तेमाल कर कराई बीमा पॉलिसी, 10 महीने तक भरी किस्त
Sonipat News (आज समाज) सोनीपत: जिले के एक गांव के युवक को एजेंट ने मृत दिखाकर उसके नाम पर कराई बीमा पॉलिसी का क्लेम हड़पने का प्रयास किया। जबकि युवक जिंदा है। उसने कोई बीमा पॉलिसी नहीं कराई। एजेंट ने युवक के आधार कार्ड का इस्तेमाल कर पहले उसका बैंक अकाउंट खुलवाया फिर उसका 1 करोड़ रुपए का बीमा करवाया। एजेंट ने 10 महीने तक किस्त के रूप में करीब 6 लाख रुपए बीमा कंपनी को दिए।
फिर युवक की बुखार से अस्पताल में मौत होने की बात कही। अंतिम संस्कार भी सोनीपत के श्मशान घाट में किया गया। इसके बाद उसने एलाआईसी से क्लेम मांग लिया। जिसमें युवक को दिल्ली कैंट का निवासी और अपना भाई बताया।
प्रवीन के गांव में दिल्ली के धर्मबीर ने की हुई है अपनी बेटी की शादी
प्रवीन सोनीपत के ठरू गांव के रहने वाला है। उसके पिता मजदूरी करते हैं। मां का पहले निधन हो चुका है। उसकी अभी शादी नहीं हुई। प्रवीन सोनीपत में एक बिजली की दुकान में काम करता है। वहीं फ्रॉड करने वाला धर्मबीर सोनीपत के मयूर विहार का रहने वाला है। कुछ समय पहले धर्मबीर ने अपनी बेटी की शादी ठरू गांव में प्रवीन के पड़ोस में की थी।
10 महीने खुद किस्तें भरीं
धर्मबीर ने प्रवीन के नाम पर एक करोड़ का बीमा हड़पने की साजिश एक साल पहले शुरू की। उसने प्रवीन का ओरिजनल आधार कार्ड इस्तेमाल किया। फिर उसके नाम पर सोनीपत में दिल्ली रोड पर एक बैंक में खाता खुलवाया। इसके बाद उसके नाम पर एक करोड़ की पॉलिसी करा दी। जिसकी मासिक किस्त 60 हजार थी। करीब 10 महीने तक धर्मबीर ने ही प्रवीन के नाम वाले बीमा पॉलिसी की 6 लाख की किस्तें भरीं।
फर्जी दस्तावेज कराए तैयार
10 महीने किस्तें भरने के बाद धर्मबीर ने उसकी मौत की साजिश रचनी शुरू की। उसने सबसे पहले प्रवीन को निजी अस्पताल में भर्ती दिखाया। इसके बाद वहां से कागजात तैयार कराए कि प्रवीन की बुखार से मौत हो गई है। इसके बाद उसने एलआईसी को एप्लिकेशन दी। जिसमें उसने कहा कि वह और उसकी पत्नी आर्मी में जॉब करते हैं। उसे फोन पर अपने भाई प्रवीन की मौत की सूचना मिली।
फर्जी दस्तावेजों पर की क्लेम की मांग
उसने आगे बताया कि 10 अक्टूबर 2024 को उसने सोनीपत के इंडस्ट्री एरिया स्थित श्मशान घाट में अपने भाई प्रवीन का अंतिम संस्कार किया। इसके लिए उसने सबूत के तौर पर पर्ची भी लगाई। जिसमें उसने दावा किया कि संस्कार के लिए उसने 200 रुपए की पर्ची भी कटाई। इसके बाद उसने डेथ सर्टिफिकेट और दूसरे दस्तावेज भी लगा दिए। जिसके आधार पर एक करोड़ का क्लेम मांग लिया।
श्मशान घाट की फर्जी पर्ची बनवाई
इस मामले में जब इंडस्ट्री एरिया के श्मशान घाट में अंतिम संस्कार कराने वाले सोनीपत के गांव लहराडा के बलवीर से बात की गई तो उन्होंने कहा कि 10 अक्टूबर 2024 को तो किसी का संस्कार ही नहीं हुआ। उस दिन यहां कोई शव भी नहीं आया था। उन्हें पर्ची दिखाई गई तो उन्होंने इसे फर्जी करार दे दिया।
बीमा कंपनी के प्रतिनिधि को हुआ शक
जब धर्मबीर ने एलआईसी से क्लेम मांगा तो तय प्रक्रिया के हिसाब से प्रवीन की मौत की वैरिफिकेशन के लिए प्रतिनिधि को भेजा गया। धर्मबीर ने क्लेम एप्लिकेशन में दिल्ली कैंट का एड्रेस दिया था। जब प्रतिनिधि वहां पहुंचा तो पता चला कि एप्लिकेशन में बताए पते पर कोई प्रवीन नाम का व्यक्ति नहीं रहता।
आधार कार्ड से निकलवाया प्रवीन का एड्रेस
इसके बाद उन्होंने प्रवीन के आधार कार्ड के नंबर से उसका एड्रेस निकलवाया। जो सोनीपत के ठरू गांव का निकला। जब वह यहां पहुंचा तो प्रवीन ने कहा कि मैं तो जिंदा हूं। मैंने कोई पॉलिसी भी नहीं कराई। इसके बाद छकउ प्रतिनिधि ने सारे फर्जी डॉक्यूमेंट्स उसे दिए और क्लेम का केस भी खारिज कर दिया।
एसीपी क्राइम करेंगे मामले की जांच
प्रवीन ने अब ये सारे डॉक्यूमेंट समेत पुलिस को शिकायत कर दी। प्रवीन को यह भी समझ नहीं आ रहा कि धर्मबीर के पास उसका ओरिजनल आधार कार्ड कैसे पहुंचा। डीसीपी नरेंद्र सिंह ने बताया कि समाधान शिविर में यह शिकायत मिली थी। मामले को लेकर एसीपी क्राइम को जांच सौंपी गई है। जांच के बाद जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
ये भी पढ़ें : हिसार में जीजा-साली ने जहर निगल कर की आत्महत्या