कोरोना संक्रमण के मामले देश में एक बार फिर से बढ़ते हुए देखे जा रहे हैं। दुनियाभर में हुए तमाम अध्ययनों में वैज्ञानिक कोरोना के डेल्टा वैरिएंट को सबसे खतरनाक बता रहे हैं। चिंता की बात यह है कि भारत में दूसरी लहर के लिए इसी वैरिएंट को मुख्य कारक माना जा रहा है। देश के कई हिस्सों में डेल्टा वैरिएंट को अभी भी सक्रिय माना जा रहा है। इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए किए गए अध्ययन के आधार पर विशेषज्ञों का कहना है कि अक्टूबर में देश में कोरोना की तीसरी लहर का पीक आ सकता है। कोरोना के संभावित तीसरी लहर के खतरे को देखते हुए स्वास्थ्य विशेषज्ञ सभी लोगों को एक बार फिर से बेहद सावधान हो जाने की अपील कर रहे हैं। डॉक्टरों का कहना है कि कोरोना के तीसरी लहर का असर भी उन्हीं लोगों में अधिक हो सकता है जिनकी प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर है। ऐसे में जिन लोगों ने वैक्सीनेशन करा लिया है और जिन्होंने नहीं कराया है, दोनों को अपनी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने के उपाय करते रहने चाहिए। इसके लिए आपको ज्यादा पैसे खर्च करने की भी जरूरत नहीं है, घर में आसानी से मिल जाने वाली चीजें इसमें आपकी मदद कर सकती हैं, खास बात यह है कि आयुर्वेद में इन चीजों को प्रतिरक्षा को मजबूती देने में काफी कारगर बताया गया है।
आयुर्वेद और प्रतिरक्षा
सदियों से आयुर्वेद का उपयोग तमाम तरह की समस्याओं को उपचार के रूप में किया जाता रहा है। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान भी देखने को मिला कि लोगों ने अपनी इम्यूनिटी को मजबूती देने के लिए आयुर्वेद में बताई गई कई सारी औषधियों का उपयोग किया। चूंकि अब देश में कोरोना के तीसरी लहर की आशंका जताई जा रही है तो इससे सुरक्षित रहने के लिए सभी लोगों को अभी से प्रयास करने शुरू कर देने चाहिए। आयुर्वेद में बताई गई कई चीजें आपके घरों में आसानी से मौजूद होती हैं, जिनको प्रयोग में लाकर आप विशेष लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
तुलसी की पत्तियों का रोजाना करें सेवन
प्राचीन चिकित्सा पद्धति के साथ विज्ञान भी तुलसी के गुणों को प्रमाणित करता है। मानसून के इस मौसम में होने वाली तमाम बीमारियों के साथ कोरोना के खतरे को कम करने में यह सबसे कारगर और आसानी से उपलब्ध औषधि हो सकती है। तुलसी की हरी पत्तियों में फाइटोकेमिकल्स, फ्लेवोनोइड्स और एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जो शरीर में कई प्रकार के संक्रमण और बीमारियों को कम करने के साथ प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूती देने में सहायक हो सकती हैं।
खजूर से हो सकते हैं अनगिनत फायदे
आयुर्वेद में खजूर के सेवन के अनेकों लाभ के बारे में जिक्र मिलता है। विटामिन-सी और आयरन से भरपूर खजूर का सेवन प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूती देने के साथ शरीर में खून की कमी को दूर करने में भी सहायक माना जाता है। खजूर का सेवन हीमोग्लोबिन को बढ़ाने में सहायक है जो फेफड़ों से ऑक्सीजन को शरीर के सभी अंगों में ले जाता है। दूध के साथ खजूर का सेवन करने से आयरन और कैल्शियम दोनों की प्राप्ति की जा सकती है, साथ ही इसे इम्यूनिटी के लिए भी काफी फायदेमंद माना जाता है।
फायदेमंद है रोजाना गुड़ का सेवन
सभी घरों में आसानी से पाए जाने वाले गुड़ को पेट के साथ इम्यूनिटी के लिए भी फायदेमंद माना जाता है। गुड़ एंटीऑक्सीडेंट और खनिजों जैसे जिंक और सेलेनियम से पूर्ण होता है। यह सभी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूती देने में काफी सहायक होते हैं। गुड़ को आयरन, मैग्नीशियम और पोटेशियम जैसे पोषक तत्वों से भी भरपूर माना जाता है। इम्यूनिटी को मजबूती देने में इन सभी पोषक तत्वों की महत्वपूर्ण भूमिका मानी जाती है। यही कारण है कि सभी लोगों को दैनिक रूप से आहार में गुड़ को शामिल करने की सलाह दी जाती है।