करनाल (प्रवीण वालिया) पोस्ट कोविड साइड इफेक्ट के साथ तीसरी लहर की संभावनाओं को लेकर जाने माने डाक्टर नैत्रपाल ने बताया कि देश भर में तीस करोड़ लोगों की टीकाकरण हो चुका है। इसलिए डरने की जरूरत नहीं है, लेकिन बारिश के बाद कोरोना की तीसरी लहर आ सकती है। इसलिए लगभग एक साल तक कोरोना प्रोटोकोल का पालन करना होगा। देश भर में कोरोना से कुछ हद तक राहत मिलने के बाद तीसरी लहर और कोरोना के डेल्टा वर्जन को लेकर तरह तरह की आशंकाएं जताई जा रही हैं। करनाल ही नहीं प्रदेश भर में दूसरी लहर में सबसे ज्यादा मरीजों की मौत हुई। इस बार पोस्ट कारोना के कारण भी लोंगों को कार्डियक रेस्ट या नालियों में खुन जमने की वजह से मौत हुई।
उन्होंने कहा कि कारोना का सबसे बड़ा इलाज बचाव है। जो सावधानी अब तक बरत रहे हैं वह आगे भी इसी तरह बरतनी होगी। उन्होंने कहा कि अपने डाक्टर से नियमित बात करते रहें। अभी डेल्टा वर्जन के बारे में कुछ भी कहना असंभव है। इसलिए चिंता ना करें। उन्होंने कोरोना काल में डाक्टरों की भूमिका पर कहा कि किसी ने भी डाक्टरों के मानवीय पक्ष को नहीं देखा। उन्होंने कहा कि डाक्टरों के साथ मैडीकल स्टाफ की भूमिका सराहनीय रही है। डाक्टर ने भी अपना जीवन दांव पर लगाकर अपना फर्ज निभाया है। डाक्टरों की इस कुबार्नी को नहीं भूलना चाहिए। इस दौर में सैकड़ों डाक्टर अपना फर्ज निभाते हुए शहीद हो गए। उन्होंने कहा कि डाक्टरों का भी अपना परिवार और अपना जीवन है लेकिन डाक्टरों ने अपनी पारिवारिक जिम्मेदारी को ताक पर रख कर लोगों की जान बचाई है। इस पक्ष को भी समाज देखे।