Tirupati Laddu Controversy, (आज समाज), अमरावती: आंध्र प्रदेश के तिरुपति मंदिर प्रसादम विवाद के बीच मंदिर प्रबंधन तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) ने कहा है कि प्रसादम अब पूरी तरह से पवित्र व शुद्ध है और इसमें किसी तरह की मिलावट नहीं है। बता दें कि श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर (तिरुपति मंदिर) के लड्डूओं में जानवारों की चर्बी मिलाने जाने की बात सामने आने के बाद विवाद हो गया था।
- जांच करने तमिलनाडु पहुंचे खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारी
घी में जानवरों की चर्बी की बात स्वीकारी
टीटीडी के कार्यकारी अधिकारी जे श्यामला राव ने प्रसाद बनाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले घी में जानवरों की चर्बी का इस्तेमाल होने की बात स्वीकार की है। उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि जिस घी से लड्डू बनाए जा रहे थे, उसके नमूनों की चार 4 लैब रिपोर्टों में प्रसाद में जानवरों की चर्बी के यूज की पुष्टि हुई है।
मंदिर प्रबंधन के पास नहीं था अपना लैब
श्यामला राव ने कहा, मंदिर प्रबंधन के पास अपना लैब नहीं था जिसका घी सप्लायर एआर डेयरी फूड्स ने लाभ उठाया। मंदिर प्रबंधन में भविष्य में प्रसाद को शुद्ध और पवित्र रखने की प्रतिबद्धता जताई है। उन्होंने कहा, अब प्रसादम पूरी तरह शुद्ध और पवित्र है और हम इसे आगे भी रखने के लिए बचनबद्ध हैं।
मंदिर में रोज बनते हैं 3.50 लाख लड्डू, सालना कमाई 500 करोड़
केंद्र और राज्य सरकार में खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारी इस बीच आज तमिलनाडु के डिंडीगुल स्थित एआर डेयरी फूड्स की फैक्ट्री में मामले की छानबीन करने के लिए पहुंचे। बता दें कि तिरुपति मंदिर 300 साल पुराना है और इसकी रसोई में हर रोज 3.50 लाख लड्डू बनते हैं। तिरुमाला ट्रस्ट हर वर्ष प्रसादम से 500 करोड़ रुपए की कमाई करता है।
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