Tips for New mom: एक बच्चे के जन्म के बाद नई मां के असल जीवन की शुरुआत होती है। मां और बच्चे का रिश्ता गहरा हो सके, यह काम करता है ब्रेस्टफीडिंग। ब्रेस्टफीडिंग के दौरान महिलाओं के शरीर में कई तरह के बदलाव आते हैं। ब्रेस्टफीडिंग के कारण ज्यादातर महिलाओं के स्तनों का आकार बढ़ने लगता है, जिसकी वजह से उन्हें बहुत कम अंतराल में ब्रा बदलने की जरूरत होती है। लेकिन कई घरों में आज भी स्तनपान के दौरान महिलाओं को ब्रा न पहनने की सलाह दी जाती है।
स्तनपान के दौरान ब्रा पहनना बिल्कुल सुरक्षित
स्तनपान के दौरान ब्रा पहनना बिल्कुल सुरक्षित है। हर महिला को ब्रेस्टफीडिंग के दौरान आम दिनों की तरह की ब्रा पहननी चाहिए, लेकिन ब्रा की क्वालिटी में थोड़ा बदलाव करना चाहिए। ब्रेस्टफीडिंग के समय महिलाओं को नर्सिंग ब्रा का चुनाव करना चाहिए। इस तरह की ब्रा में स्तनपान के लिए सपोर्ट दिया दिया जाता है। एक्सपर्ट का कहना है कि स्तनपान के दौरान अगर महिलाएं साधारण कॉटन की ब्रा पहनती हैं, तो उन्हें कुछ ही महीनों में कई ब्रा बदलनी पड़ सकती है। वहीं, नर्सिंग ब्रा का साइज ब्रेस्ट के शेप के हिसाब से बदल जाता है। इस तरह की ब्रा में दूध की नलियों में किसी तरह की ब्लॉकेज भी नहीं होती है।
यह स्तनपान के दौरान होने वाली दूध की लीकेज को भी सोंखने में मदद करता है। जिन महिलाओं के स्तनों में ज्यादा दूध का उत्पादन होता है, उनके लिए नर्सिंग ब्रा का इस्तेमाल बिल्कुल सही है।
स्तनपान के दौरान ब्रा पहनकर सो सकते हैं
स्तनपान के दौरान ब्रा पहनकर सोना चाहिए या नहीं, यह पूरी तरह से हर महिला को खुद तय करना चाहिए। डिलीवरी के बाद 10 से 15 दिनों का जो वक्त होता है, इस दौरान महिला का शरीर ब्रेस्ट मिल्क के साथ एडजस्ट करने में लगा होता है। इस दौरान कई बार लिकेज भी देखने को मिलती हैं। स्तनों से इस तरह दूध निकलने के कारण कपड़ों में दाग लग सकते हैं, जिसकी वजह से महिलाओं को शर्मिंदगी महसूस होती है। इस स्थिति में महिलाएं अगर ब्रा पहनकर सोए तो काफी मदद मिल सकती है।