Tips for New Mom: डेंगू में स्तनपान करवाना कितना सही है

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स्तनपान कराने वाली महिलाएं

Tips for New Mom: 6 माह तक शिशु के लिए स्तनपान की सर्वोत्तम आहार है। यह बातें हम सभी जानते हैं। 6 महीने के बाद ही डॉक्टर शिशुओं को ठोस आहार और स्तनपान के साथ बाहर का दूध पिलाने की सलाह देते हैं। स्तनपान के दौरान महिलाओं को अपनी सेहत का खास ख्याल रखने के लिए कहा जाता है। ऐसा कहा जाता है कि अगर स्तनपान कराने वाली महिलाएं अगर बीमार पड़ती हैं तो इसका सीधा असर शिशु पर भी पड़ता है। इतना ही नहीं मां के शरीर में कोई वायरस आता है, तो उसके शिशु के भी संक्रमित होने की संभावना रहती है।

कोई स्तनपान कराने वाली महिला अगर डेंगू और मलेरिया जैसे बुखार से पीड़ित है, तो वह शिशु को बिना किसी संकोच के अपना दूध पिला सकती है। डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों के दौरान स्तनपान न केवल सुरक्षित है, बल्कि यह जरूरी भी है। दरअसल, जब मां बीमार होती है, तो उसका स्तन दूध आवश्यक एंटीबॉडी, पोषक तत्व और प्रतिरक्षा-बढ़ाने वाले कारक प्रदान करता रहता है, जो उसके बच्चे को संक्रमण से बचाने में मदद करते हैं। डेंगू और मलेरिया के दौरान स्तनपान कराना और भी ज्यादा तब जरूरी हो जाता है, जब शिशु के शरीर का इम्यून सिस्टम बन रहा हो। असल मायनों में स्तनपान शिशु के लिए एक ढाल के रूप में काम कर सकता है, जिससे संभावित रूप से बच्चे को उसी बीमारी से संक्रमित होने का जोखिम कम हो सकता है।

डेंगू और मलेरिया बुखार में पीड़ित महिलाएं कैसे रखें अपना ध्यान

– डेंगू और मलेरिया बुखार से पीड़ित महिलाओं को डिहाइड्रेशन और थकान हो सकती है। यह मां के दूध बनाने और अपने बच्चे की देखभाल करने की क्षमता को प्रभावित कर सकता है। ऐसे में महिलाओं को पर्याप्त मात्रा में पानी और तरल पदार्थों का सेवन करना चाहिए।

– डेंगू और मलेरिया से बुखार से पीड़ित महिलाओं को स्तनपान करवाते वक्त ब्रेस्ट मिल्क बढ़ाने वाले चीजों को खाना चाहिए। ऐसे समय में खाने में पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम, प्रोटीन और फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों को आहार का हिस्सा बनाएं।

– स्तनपान कराने वाली महिलाएं खिड़कियों और दरवाजों को ढ़ककर रखें। मां और बच्चा अपनी सोने वाली जगह पर मच्छरदानी का इस्तेमाल करें। ताकि मच्छर बच्चे का काटें नहीं।

– डेंगू और मलेरिया होने पर शारीरिक कमजोरी महसूस हो सकती है। ऐसे में शिशु को स्तनपान कराने के दौरान परेशानी महसूस न हो, इसके लिए डॉक्टरी सलाह पर सप्लीमेंट का सेवन करें।