Tips for life problem : जीवन में व्यक्ति कई बार अनचाही परेशानी और मुश्किलों से घिर जाता है। मगर मन में उठने वाले विचार व्यक्ति की चिंताओं को बढ़ाने लगते हैं। ऐसे में ओवरइटिंग, डिप्रेशन और स्क्रीन टाइम बढ़ने से शरीर कई बीमारियों से ग्रस्त होने लगता है। समय के साथ ये समस्याएं गंभीर रूप धारण कर लेती है। इस स्थिति से बाहर आने और मूड को बूस्ट करने के लिए घूमने फिरने और दोस्तों के साथ समय बिताने के अलावा कुछ ऐसी बातें है, जिनका ख्याल रखने से अंर्तमन को पहचानकर उसके अनुसार चलने से जीवन का सफर आसान लगने लगता है। जानते हैं मुश्किल वक्त में मज़बूत बने रहने की टिप्स।
इन तरीकों से हीलिंग में मिलती है मदद
1. अपनी समस्याओं को लिखें
अर्तंमन में उठने वाली भावनाओं को कागज़ पर लिखें। इससे चीजों को इवेल्यूएट करने में मदद मिलती है। अपनी परेशानियों की जानकारी मिलने के अलावा इच्छाओं को भी जानना आसान होने लगता है। साथ ही अन्य लोगों के प्रति मन में मौजूद इमोश्स का पता लगाया जा सकता है। परेशानियों को लिखने के अलावा इस बात को लिखें कि कैसा महसूस कर रहे है, खुद से क्या उम्मीदें हैं आप अपनी कैसे बेहतर ढंग से मदद कर सकते हैं।
2. भरपूर नींद लें
नींद न आने की समस्या से उबरने के लिए हेल्दी मील्स लेने के अलावा कमरे का तापमान उचित बनाए रखें। इसके अलावा रात में सोने से पहले स्क्रीन टाइम को नियंत्रित करें। साथ ही बेडरूम में टीवी और अन्य गैजेट्स को रखने से बचें। दरअसल, गहरी नींद लेने से ग्रोथ हार्मोन स्टीम्यूलेट होता है। इससे मसल्स ग्रोथ में मदद मिलती है। इसके अलावा इम्यून सिस्टम भी मज़बूत बनता है। उम्र के साथ ग्रोथ हार्मोन में कमी आने लगती है।
3. फास्टिंग भी हो सकती है मददगार
बॉडी को हील करने और स्टेम सेल्स को स्टिमुलेट करने के लिए फास्टिंग ज़रूरी है। इससे शरीर में मौजूद विषैले पदार्थों को डिटॉक्स किया जा सकता है। इससे शरीर में बढ़ने वाली कैलोरी स्टोरेज की रोकथाम में भी मदद मिलती है। इससे शरीर में नई कोशिकाओं का उत्पादन बढ़ने लगता है।
4. माफ करें और आगे बढ़ें
मन में किसी के लिए नकारात्मक भावनाएं रखने में उसका प्रभाव शारीरिक औश्र मानसिक स्वास्थ्य पर नज़र आने लगता है। ऐसे में हीलिंग के लिए दूसरों को उनकी गलतियों के लिए क्षमा कर देना बहुत ज़रूरी है। इससे न केवल नेगेटीविटी को रिलीज़ किया जा सकता है बल्कि सोच को नई दिशा और राह मिलने लगती है।
5. अच्छी चीजों के लिए आभार व्यक्त करें
मामा अर्थ यानि मातृभूमि से लेकर दिनभर में खाई जाने वाली सभी वस्तुएं और मिलने वाले सब लोगों को उनकी मदद के लिए आभार जताएं। इससे जीवन में सकारात्मक भावनाएं बढ़ने लगती है। मन में खुशी बढ़ जाती है और गुस्सा, तनाव और एंग्ज़ाइटी से राहत मिल जाती है। दूसरों को उनके छोटे छोटे प्रयासों के लिए एपरीशिएट करें।
6. क्लियर गोल्स सेट करें
किसी भी काम को करने के दौरान छोटी और बड़ी कई प्रकार की मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में हीलिंग जर्नी के दौरान मंजिल तक पहुंचने के लिए गोल्स को सेट करें और इमोशंस को मैनेज करें। इससे सेल्फ कॉफिडेंस को बूस्अ करने और सेल्फ इस्टीम को बढ़ाने में मदद मिलती है।