Haryana Assembly Election: कांग्रेस की पहली सूची में 761 नेताओं का टिकट कटा

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कांग्रेस की पहली सूची में 761 नेताओं का टिकट कटा
कांग्रेस की पहली सूची में 761 नेताओं का टिकट कटा

32 सीटों पर 793 ने किया था आवेदन
जुलाना में 88 कांग्रेसी दरकिनार, बाहरी उतारा
Hisar News (आज समाज) हिसार: हरियाणा में कांग्रेस ने शुक्रवार रात विधानसभा उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। इस सूची में 32 नाम हैं। इसमें 28 मौजूदा विधायकों को कांग्रेस ने दोबारा टिकट दिया है। वहीं 2019 में हारे कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष उदयभान, जुलाना से विनेश फोगाट और 2 सीटों पर दलबदलुओं शाहबाद से रामकरण काला और नीलोखेड़ी से धर्मपाल गोंदर को टिकट दिया गया है। खास बात यह है कि 32 सीटों पर कांग्रेस के 793 नेताओं ने आवेदन किया था जिसमें 761 का टिकट कट गया है। वहीं 58 सीटें ऐसी हैं जहां कांग्रेस पहले हारी थी। इन सीटों पर 1945 लोगों ने आवेदन किया हुआ है, जिसमें पूर्व विधायक और कांग्रेस पदाधिकारी से लेकर पूर्व चेयरमैन तक शामिल हैं। विनेश फोगाट को जुलाना से उम्मीदवार बनाया गया है। जुलाना से पहले ही 88 नेताओं ने टिकट के लिए आवेदन किया हुआ था। मगर यहां पैराशुट उम्मीदवार विनेश को टिकट दी गई है। अब 1945 आवेदन के अलावा चंद दिन पहले कांग्रेस में शामिल हुए लोग 58 सीटों के लिए दावेदार है। कांग्रेस को इनमें मंथन कर उम्मीदवार उतारना आसान नहीं होगा। कांग्रेस ने प्रदेश के 22 में से 6 जिलों के लिए एक भी उम्मीदवार का ऐलान नहीं किया। इन सीटों पर कांग्रेस को सबसे ज्यादा बगावत का डर है। इस कारण कांग्रेस ने इन सीटों पर नामों को होल्ड कर दिया है। हिसार, फतेहाबाद, भिवानी, दादरी, कैथल, गुरुग्राम जिले इसमें शामिल हैं। लिहाजा इन जिलों में किसी के टिकट की घोषणा नहीं की है। हालांकि लोकसभा चुनाव में इन जिलों में कांग्रेस का प्रदर्शन अच्छा था। यहां की कई विधानसभा में कांग्रेस आगे रही थी। कांग्रेस ने बगावत के डर से लंबी लिस्ट जारी करने से हाथ पीछे खींच लिए हैं। कांग्रेस टुकड़ों में लिस्ट जारी कर सकती है। यह लिस्ट 3 से 4 बार में एक-एक दिन के अंतराल में जारी होगी। कांग्रेस की ओर से 71 सीटों पर सहमति बना ली गई, मगर फिर भी 31 सीटों पर ही प्रत्याशियों की घोषणा कर पाई है।

कांग्रेस ने इन कारणों से सूची होल्ड की

होल्ड की गई सीटों पर हार : कांग्रेस ने उन सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की है जहां 2019 में कांग्रेस की हार हुई थी। हालांकि कांग्रेस ने निर्दलीय और जजपा के विधायकों का साथ लिया है मगर वहां भी बगावत का डर कांग्रेस को है।

बगावत नहीं होने का मैसेज : कांग्रेस ने पहले सूची जारी कर यह मैसेज देने का प्रयास किया है कि भाजपा की तरह उनकी पार्टी में किसी तरह की भगदड़ नहीं है। इससे अन्य सूची जारी होने तक कार्यकतार्ओं व आवेदनकतार्ओं में सही मैसेज जाएगा, विरोध कम होगा।

राज परिवारों का होल्ड : हिसार, भिवानी, फतेहाबाद, दादरी जिलों में राजपरिवारों का अच्छा होल्ड है। हिसार, फतेहाबाद में भजनलाल परिवार और भिवानी, दादरी जिलों में बंसीलाल परिवार का होल्ड है।

टिकट कटने पर भागने का मौका ना मिले : पार्टी अपने प्रत्याशियों के नामों में देरी इसलिए भी कर रही है ताकि टिकट वितरण से नाराज लोगों को नामांकन करने के लिए ज्यादा मौका न मिल सके। कांग्रेस के सामने सबसे ज्यादा परेशानी निर्दलीय विधायकों को एडजस्ट करने की है।

सैलजा, सुरजेवाला समर्थकों को एडजस्ट करना : कांग्रेस की पहली सूची में हुड्डा समर्थक ही अधिकतर विधायकों को टिकट मिला है। हालांकि अंबाला में सैलजा समर्थक उम्मीदवार उतारे गए हैं। मगर हिसार की 7, सिरसा की 3, फतेहाबाद की 3 सीटों पर सैलजा अपने उम्मीदवारों को टिकट दिलवाना चाहती है। इसी तरह सुरजेवाला के कैथल, नरवाना सहित सीटों पर सुरजेवाला अपने समर्थकों के लिए अड़े हैं।