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Three Young Men Burnt Alive: इसराना कस्बे में शुक्रवार को पानीपत-रोहतक हाईवे पर नई अनाजमंडी के पास एक भीषण हादसा हुआ, जिसमें में तीन युवक जिंदा जल गए। मौके पर मौजूद लोगों द्वारा घटना की जानकारी दमकल विभाग और पुलिस को दी गई। घटना की सूचना मिलते ही एएसपी पूजा वशिष्ठ पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंची और घटनास्थल का जायजा लिया। पुलिस ने बताया कि एचआर10 एसी5675 नंबर की आई -20 कार पानीपत से गोहाना की तरफ जा रही थी। इसराना अनाज मंडी के पास तेज रफ्तार ट्रक ने कार को टक्कर मार दी और इस भीषण हादसे के बाद अचानक कार में आग लग गई। Three Young Men Burnt Alive
तीनों एक ही लैब में काम करते थे
कार में आग लगता देख लोग शोर मचाते हुए कार की तरफ भागे, लेकिन कार में लगी आग की लपटों ने कार को पूरी तरह चपेट में ले लिया था। कार में आग लगने का कारण सीएनजी किट भी बताई जा रही है जो कि ट्रक की टक्कर से क्षतिग्रस्त होने से आग लगने का कारण बनी। मृतकों की शिनाख्त विक्रांत पुत्र सितमपाल निवासी जसबीर कॉलोनी नूरवाला, सुगम त्यागी पुत्र स्व. राजेंद्र त्यागी निवासी गांव बराना व पंकज निवासी जलालपुर के रूप में हुई। मृतक विक्रांत प्राइवेट लैब संचालक था, जबकि सुगम और पंकज उसके साथ लैब कार्य में सहयोगी थे। Three Young Men Burnt Alive
विक्रांत पेशे से प्राइवेट लैब संचालक था
मृतक विक्रांत पुत्र सितमपाल घर शुक्रवार रात को जागरण था। रोते बिलखते जानकारी देते हुए पिता सितमपाल ने बताया कि उनका 30 वर्षीय बेटा विक्रांत पेशे से प्राइवेट लैब संचालक था। जिसके पास हरियाणा के कई जिलों का कार्यभार था। वह अक्सर हरियाणा के विभिन्न जिलों में काम से संबंधित जाता था। विक्रांत के बड़े भाई मनीष का 2014 में एक्सीडेंट हो गया था। इस हादसे के बाद से वह शारीरिक तौर पर अपंग हो गया था। वह अब कुछ ठीक हो रहा था, इसीलिए परिवार ने उसके ठीक होने पर रात्रि जागरण रखा था। यह जागरण आज उनके गांव नूरवाला की जसवीर कॉलोनी में निवास स्थान पर होना था। मगर अब भाग्य को कुछ और ही मंजूर था। जागरण की खुशियां मातम में तब्दील हो गई। विक्रांत 2 माह के बेटे का पिता था। विक्रांत पिछले करीब डेढ साल से सेक्टर 18 में किराए के मकान में रहता था। Three Young Men Burnt Alive
छह भाई-बहनों में सबसे छोटा व अविवाहित था सुगम
विक्रांत के साथ कार में उसकी लैब पर काम करने वाला सुगम त्यागी (23) निवासी बराना भी मौजूद था। सुगम के पिता राजिंद्र त्यागी का करीब 8 साल पहले लंबी बीमारी के चलते देहांत हो गया था। उसके अलावा उसके तीन भाई और तीन बहनें हैं। सुगम सबसे छोटा था। सुगम की तीनों बहनें विवाहित हैं। दो बड़े भाई भी विवाहित है। सुगम और उससे बड़ा भाई अविवाहित थे। इन दोनों के अलावा कार में पंकज (26) निवासी जलालपुर फस्ट भी था। पंकज शादीशुदा व दो बच्चों का पिता था। Three Young Men Burnt Alive
विशेषज्ञों की राय
गाड़ियों में सीएनजी किट लगाने वाले पानीपत से सीएनजी एक्सपर्ट अंकुश का कहना है कि सीएनजी सिलेंडर आसानी से फटता नहीं है। सिलेंडर अक्सर वही फटेगा, जो एक्सपायरी डेट का हो गया होगा। इस हादसे के पांच बड़े कारण हो सकते हैं। गाड़ी भिड़ने के बाद सबसे पहले बंफर टूटेगा, बंफर की चोट रेडिएटर तक पहुंचेगी और रेडिएटर फटेगा, टक्कर तेज होगी तो रेडिएटर के पेट्रोल पाइप लाइन फटेगी, पेट्रोल पाइप लाइन फटते ही उसके ठीक साथ लगी सीएनजी पाइप लाइन फटेगी। सीएनजी पाइप लाइन फटने के बाद गैस रिसाव होगा और सभी चीजों से मिलाकर आग एकदम भयानक रूप लेगी। Three Young Men Burnt Alive
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