चमड़ा फैक्ट्री के संचालक के खिलाफ हुआ मामला दर्ज

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Three Laborers Working Due To The Formation Of Poisonous Gas Died
Three Laborers Working Due To The Formation Of Poisonous Gas Died

इशिका ठाकुर, Karnal News : करनाल में कल एक हादसे में 3 अलग अलग परिवारों का सदस्य जाने से मातम पसरा हुआ है। कुंजपुरा गांव के एरिया में नेवल से मुगलमाजरा रोड स्थित एक चमड़े की फैक्ट्री का 15 फीट गहरा गड्‌ढा साफ करते वक्त जहरीली गैस बनने से काम कर रहे तीन मजदूरों की मौत हो गई।

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चमड़ा फैक्ट्री संचालक पुलिस की गिरफ्त से बाहर

इनको बचाने गए तीन और मजदूरों की तबीयत बिगड़ गई और उनको अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हादसे के बाद फैक्टरी का संचालक फरार है और पुलिस पूरे मामले की कार्रवाई में जुटी हुई है। फैक्ट्री संचालक के खिलाफ मामला दर्ज कार्रवाई भी शुरू कर दी है। लेकिन 3 परिवार उजड़ गए हैं, पवन जो झारखंड का रहने वाला था , अपने माता – पिता को गांव में छोड़कर यहां काम करता था ताकि उनके लिए कुछ पैसे भेज सके पर यहां उसकी मौत हो जाएगी ये उसके माता – पिता ने कभी सोचा भी नहीं होगा। पवन का चचेरा भाई उसके शव को झारखंड अंतिम संस्कार के लिए लेकर जाएगा।

अमित , मृतक का परिजन

Three Laborers Working Due To The Formation Of Poisonous Gas Died
Three Laborers Working Due To The Formation Of Poisonous Gas Died

वहीं 25 साल का राजू जिसका 1 साल का बच्चा है, उसके अभी पिता के सुख को जीना शुरू किया था कभी सोचा नही होगा कि जिस बेटे के लिए वो रविवार के दिन भी मेहनत कर रहा है उस बेटे को अकेला अपनी मां के पास छोड़कर चला जाएगा। पत्नी बेहोश है , बहनों का रो रो कर बुरा हाल है क्योंकि बहने अब किसके हाथों पर राखी बांधेगी।

मृतक की बहन

Three Laborers Working Due To The Formation Of Poisonous Gas Died
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वहीं तीसरा मजदूर करनाल के डबरी का रहने वाला सतीश था , जिसका परिवार उनके शव को अंतिम संस्कार के लिए ले गया। तीनों परिवार के लोग मुआवजा की मांग कर रहे हैं क्योंकि जिन लोगो की मौत हुई है उन्हें के कंधों पर अपने परिवार को पालने की ज़िम्मेदारी थी। फैक्टरी में रूटीन में 15 से 20 मजदूर काम करते हैं, लेकिन इनकी सेफ्टी के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। गहरे गड्‌ढों में मजदूरों को उतारकर उनकी जिंदगी से खिलवाड़ किया जा रहा है। यदि मजदूरों की निगरानी की व्यवस्था होती तो जो पहले तीन बेहोश हुए उन्हें तुरंत बचाया जा सकता था। गड्‌ढे में गैस बनती है या नहीं, इसके लिए भी किसी मशीन से जांचने की व्यवस्था नहीं है। इससे पीड़ित लोगों में गुस्सा है और वह फैक्ट्री संचालक पर कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

एक दूसरे को बचाने के चक्कर में तीन की मौत फैक्ट्री में काम करने वाले मजदूरों ने बताया कि इस तरह गड्‌ढे में एक-एक मजदूर नीचे उतरता है और दो मजदूर गंदगी को ऊपर खिंचते हैं। हो सकता है कि पहले एक मजदूर गड्‌ढे में गया हो। जहरीली गैस के कारण वह नीचे गिर गया।

मजदूर जहरीली गैस संबंधित स्थिति को नहीं समझे

फिर दूसरा मजदूर गड्‌ढे में गया और फिर तीसरा मजदूर बचाव के लिए उतरा और मौत का शिकार हो गया। क्योंकि मजदूर जहरीली गैस संबंधित स्थिति को नहीं समझते। यदि गड्‌ढे की सफाई में एक-एक तकनीकि एक्सपर्ट भी लगाए जाते तो इनकी जिंदगी बच सकती थी। पुलिस हर पहलु पर मामले की जांच में लगी है। मजदूरों द्वारा फैक्ट्री में किए गए जा रहे काम के अनुसार आंकलन लगाने में लगी है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है और फैक्ट्री संचालक के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।

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