नई दिल्ली। दिल्ली के निर्भया कांड में सुप्रीम कोर्ट तक से फांसी पा चुके चार दोषियों में से तीन ने कहा कि वह कानून द्वारा दी गई क्यूरेटिव और मर्सी पटीशन का इस्तेमाल करना चाहते हैं। मंगलवार को अदालत के निर्देश पर तिहाड़ जेल एथॉरिटी के नोटिस का जवाब दिया दिया है। गौरतलब है कि निर्भया के माता-पिता ने दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में दोषियों के डेथ वारंट के लिए याचिका दायर की है। जिसकी सुनवाई 7 जनवरी तक के लिए टाल दी गई। जबकि इससे पहले दिल्ली में हुए निर्भया कांड के चार दोषियों में से एक अक्षय की पुनर्विचार याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुना दिया है। दोषी अक्षय की पुनर्विचार याचिका को जस्टिस भानुमति की अध्यक्षता वाली नई बेंच ने खारिज कर दिया। बेंच के अन्य सदस्य जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस बोपन्ना हैं। निर्भया बलात्कार मामले में दोषियों की मौत की सजा बरकरार रखने के शीर्ष अदालत के 2017 के फैसले के खिलाफ एक दोषी अक्षय कुमार सिंह ने पुनर्विचार याचिका दायर की थी।