-पिता पसंद नहीं करते थे फिल्म इसलिए छिपकर करते थे एक्टिंग
-पोस्टर पर पढ़कर ही जाना था कि फिल्मों में दिलीप कुमार नाम रहेगा
आज समाज डिजिटल टीम, मुंबई:
आज हिंदी सिनेमा के ट्रेजडी किंग दिलीप कुमार दुनिया को अलविदा कर गए। उन्होंने अपनी अदाकारी से फैंस के दिलों पर जादू सा कर दिया था। एक से एक शानदार फिल्मों में काम कर नाम बनाया। क्या आप जानते हैं जिस नाम से एक्टर फेमस हुए हैं, वो नाम उन्होंने फिल्मी दुनिया के लिए अपनाया था और ऐसा उन्होंने अपने पिता के डर से किया था। देवदास, मुगल-ए-आजम जैसी ऐतिहासिक फिल्मों में काम कर दिलीप कुमार अपने जमाने के सुपरस्टार बन गए थे।
बता दें कि दिलीप कुमार का असली नाम मोहम्मद यूसुफ खान था, लेकिन जब उन्होंने फिल्मों में आने का मन बनाया तो उन्हें अपना नाम बदलना पड़ा। क्योंकि उनके पिता को फिल्मी दुनिया पसंद नहीं थी और वे नहीं चाहते थे कि उनका बेटा इस लाइन में आए। दिलीप ने खुद इस पूरे किस्से को एक इंटरव्यू में बताया था।
जब दिलीप कुमार से ये पूछा गया कि कैसे दिलीप कुमार नाम को अपनाया तो ये सुनकर वो हंसने लगे और उन्होंने कहा- हकीकत बताऊं, पिटाई के डर से मैंने ये नाम रखा। मेरे पिता फिल्मों के सख्त खिलाफ थे। उनके अजीज दोस्त के बेटे पृथ्वीराज कपूर फिल्म एक्टिंग किया करते थे और मेरे पिता अक्सर उनके दोस्त से शिकायत करते थे कि तुम्हारा इतना नौजवान लड़का क्या काम करता है।
मैं जब फिल्मों में आया तो मुझे उनसे डर था कि जब इन्हें पता चलेगा तो बहुत नाराज होंगे। उस वक्त दो-तीन नाम सामने रखे गए कि यूसुफ खान रखा जाए, दिलीप कुमार रखा जाए या वासुदेव रखा जाए। तो मैंने कहा था कि यूसुफ खान छोड़कर कुछ भी रख दीजिए। तो दो तीन महीने के बाद जब मैंने एक इश्तिहार में अपना नाम देखा तो पता चला कि मेरा नाम दिलीप कुमार रखा गया है। उनके जाने से आमजन तो दुखी है। इसके साथ-साथ उनके साथ काम कर चुके अभिनेता भी गमगीन हैं। उनका मानना है कि दिलीप के जाने से फिल्मों में एक युग का अंत हो गया।