अनुरेखा लांबरा, पानीपत:
सारी धरती के कागज पर भी गुरु का गुणगान नहीं लिखा जा सकता। यह विचार वित्त विभाग के उपायुक्त महावीर ने प्रकट किए। शिक्षक दिवस के अवसर पर कहा कि प्राचीन दोहा सब धरती कागज करूं। लेखनी सब बन रहा है सात समुंदर मसि करूं गुरु गुण लिखा न जाए। आज भी प्रसांगिक है।
5 सितंबर को मनाते हैं शिक्षक दिवस
राष्ट्रीय स्तर पर शिक्षक दिवस भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म-दिवस के अवसर पर शिक्षकों के प्रति सम्मान प्रकट करने के लिए भारतभर में शिक्षक दिवस 5 सितंबर को मनाया जाता है। ‘गुरु’ का हर किसी के जीवन में बहुत महत्व होता है। समाज में भी उनका अपना एक विशिष्ट स्थान होता है। सर्वपल्ली राधाकृष्णन शिक्षा में बहुत विश्वास रखते थे। वे एक महान दार्शनिक और शिक्षक थे। उन्हें अध्यापन से गहरा प्रेम था। एक आदर्श शिक्षक के सभी गुण उनमें विद्यमान थे। इस दिन समस्त देश में भारत सरकार द्वारा श्रेष्ठ शिक्षकों को पुरस्कार भी प्रदान किया जाता है, लेकिन यह संभव नहीं है कि सभी को सरकारी पुरस्कार मिल पाए पानीपत के लायंस क्लब ग्रेटर सबको रोशनी फाउंडेशन ज्ञान भारती सीनियर सेकेंडरी स्कूल ने मिलकर संयुक्त रूप से शिक्षक दिवस पर 108 शिक्षकों को सम्मानित किया।
विभिन्न विधा के छात्र होंगे सम्मानित
सबको रोशनी फाउंडेशन के अध्यक्ष सतवीर गोयल, महामंत्री युधिस्टर शर्मा ने कहा इस कार्यक्रम में विभिन्न विधाओं के शिक्षकों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विजय जैन ने कहा कि समाज के लोगों को और शिक्षकों को आगे आकर उन बच्चों को गोद लेना चाहिए जो शिक्षा से वंचित हैं। विकास गोयल, राकेश बंसल और हरीश बंसल ने भी अपने विचार रखे। इस अवसर पर आरती सिंगला, विकास गोयल, पूजा तुली, महावीर, नवीन गर्ग, हरीश बंसल, ईश्वर अग्रवाल, सुनील तुली, राजीव तुली, राजीव परुथी, कर्म सिंह सैनी, संजीव शास्त्री, मुकेश, अक्षय जिंदल मौजूद रहे।
ये भी पढ़ें : ठेके में पेट्रोल डालकर आग लगाने के मामले मे एक ओर आरोपित गिरफ्तार
ये भी पढ़ें : कृत्रिम बुद्धिमत्ता पर ज्ञानवर्धक कार्यक्रम
ये भी पढ़ें : मुख्यमंत्री ने करनाल को दी सौगात 343 करोड़ की 16 विकासात्मक परियोजनाओं का किया उद्घाटन और शिलान्यास
ये भी पढ़ें : सरकारी प्रोजेक्ट्स में पारदर्शिता और जवाबदेही के लिए मनोहर सरकार का बड़ा कदम