सर्दी के मौसम में अक्सर लोगों को सर्दी जुकाम की समस्या हो जाती है, जो कफ का कारण बनती है। इसके अलावा ज्यादा नमकीन, मीठा और फैटी फूड खाने व एक्सरसाइज़ नहीं करने से कफ दोष बढ़ जाता है। इसकी वजह से आपके नाक, गले और छाती में कफ जम जाता है, जिससे आपको सांस लेने में परेशानी होने के साथ-साथ अन्य कई बीमारियों के होने का खतरा बढ़ जाता है। तो अगर आप अपने फेफड़े को कफ मुक्त करना चाहते हैं तो ये 6 योगासन आपके बहुत काम आएंगे।
उज्जायी प्राणायाम
इस मुद्रा से शरीर से कफ निकालने में मदद मिलती है और यह कफ दोष का संतुलन बनाए रखता है। इसके अलावा इससे शरीर में गर्मी पैदा होती है और टोक्सिन बाहर निकलते हैं।
त्रिकोणासन
यह शरीर से कफ खत्म करने और एसिडिटी से राहत पाने के लिए बेहतर आसन है। इससे चिंता और तनाव भी कम होता है।
परिवृत उत्कटासन
यह एक डीटॉक्सीफाइंग आसन है जिससे बॉडी से टोक्सिन बाहर निकालने में मदद मिलती है। जाहिर है बॉडी में टोक्सिन की संख्या बढ़ने से कफ और कई अन्य रोग हो सकते हैं।
धनुरासन
सेक्स लाइफ को बढ़ाने, लोअर बॉडी को टोन करने और पेट की चर्बी कम करने के लिए यह बेहतर आसन है। यह एक चेस्ट ओपनिंग पोज़ है और छाती और नाक को साफ करता है जिस वजह से आप बेहतर तरीके से सांस ले पाते हैं।
अर्धचन्द्रासन
इस आसन से ना केवल आपकी स्पाइन को स्ट्रेच मिलता है बल्कि जमे हुए कफ से राहत पाने और उसे रोकने के लिए तरल पदार्थ तत्वों में संतुलन बनाने में भी मदद मिलती है।