आंखों के लिए खतरनाक हैं रोजमर्रा की ये छोटी-छोटी गलतियां, जानें क्‍यों ?

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आंखें शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग हैं। इसके जरिये ही हमें दुनिया रंगीन और खूबसूरत दिखाई देती है। आंखों के बिना हमें रोजमर्रा के कामों में कई तरह की समस्याएं आ सकती हैं। जब आंखें इतनी महत्वपूर्ण हैं तो इनका खयाल रखना भी महत्वपूर्ण है। लेकिन कई बार हमारी छोटी-छोटी गलतियों की वजह से हमारी आंखों को नुक्सान पहुंचता है जिसके परिणाम कई बार गंभीर होते हैं और इसकी वजह से कई लोगों के जीवन से रौशनी तक चली जाती है। ये हैं आंखों की वो सामान्य गलतियां जिन्हें हम अक्सर अंजाने में करते हैं।

सफाई न करना


जिस तरह शरीर के अन्य अंगों के लिेए सफाई महत्वपूर्ण है उसी तरह आंखों के लिए भी सफाई महत्वपूर्ण है। आंखों में भी कई तरह के अपशिष्ट पदार्थ जमा होते हैं जिनकी वजह से आंखों में इंफेक्शन हो सकता है और कई बार ये आंखों को गंभीर नुक्सान पहुंचा सकते हैं। इसलिए दिन में कम से कम दो बार साफ पानी से आंखों को साफ करना जरूरी है। इससे आपकी आंखों से धूल और अन्य हानिकारक तत्व साफ हो जाते हैं।

आराम न देना


आजकल हर हाथ में स्मार्टफोन है। बहुत से लोग असल दुनिया से ज्यादा वर्चुअल दुनिया में समय बिताने लगे हैं। ऐसे में आंखों पर ज्यादा बोझ पड़ता है इसलिए थोड़ी-थोड़ी देर में आंखों को आराम देना जरूरी है। अगर आप कंप्यूटर पर लगातार काम करते हैं तो आपको हर आधे घंटे में आंखों को 2 मिनट आराम देना चाहिए। इसके अलावा काम करते समय आंखों से स्क्रीन की दूरी कम से कम दो फीट रखें।

चेकअप न कराना
आंखों में अगर किसी तरह की कोई समस्या हो तो आंखों की जांच जरूरी है। कई बार आंखों में हल्के दर्द या खुजली को आप इग्नोर कर देते हैं जबकि ये किसी गंभीर बीमारी के शुरुआती लक्षण भी हो सकते हैं। ये बाद में खतरनाक भी हो सकता है। इसके अलावा अगर आपकी आंखों पर चश्मा लगता है तो आपको समय-समय पर आंखों की जांच करवाते रहना चाहिए।

आंखों को मसलना
अक्सर आंखों में धूल का कण या कोई चीज चली जाए तो हम आंखों को मसलने लगते हैं। ये आंखों के लिए अच्छा नहीं है। इसके अलावा जब आंखों में कोई कीड़ा चला जाए तो आंखों को मसलने से कीड़े की बॉडी से निकले विषाक्त पदार्थ आंखों को नुक्सान पहुंचा सकते हैं। आंखों को मसलने से आंखों में हाथों के रास्ते कई बैक्टीरिया चले जाते हैं जिनसे आंखों का इंफेक्शन और एलर्जी हो सकती है।

चश्मा न लगाना

अगर डॉक्टर ने आपकी आंखों के लिए चश्मा दिया है, तो उसे लगाना भी जरूरी है। अगर आप पूरे समय नहीं लगा सकते तो डॉक्टर से पहले ही पूछ लें कि दिन भर में कितनी देर आंखों के लिए चश्मा जरूरी है। चश्मे को नियमित लगाना जरूरी है वर्ना आपके आंखों की समस्या बढ़ती जाएगी और चश्मे का पावर भी बढ़ता जाएगा।

कॉन्टैक्ट लेंस लगाकर सोना
कई लोग कॉन्टैक्ट लेंस निकालने के झंझट से बचने के लिए इसे लगाकर ही सो जाते हैं। लेकिन ऐसा करना खतरनाक है। इसकी वजह से आंखों को ऑक्सीजन नहीं मिल पाती और पुतलियों को नुक्सान पहुंच सकता है। इससे धुंधलापन भी आ सकता है।

दूसरे का चश्मा लगाना
कई बार कुछ लोग शौक में दूसरों का चश्मा पहन लेते हैं। ये आपकी आंखों के लिए खतरनाक हो सकता है क्योंकि सबकी आंखों का पावर अगल-अलग होता है। इसी तरह दूसरे के सनग्लासेज लगाना भी आंखों के लिए अच्छा नहीं है क्योंकि इससे आंखों को इनफेक्शन होने का खतरा होता है।