बढ़ती उम्र में भी जवां रखेंगे ये ब्यूटी टिप्स, जानें कैसे ?

0
412

जैसे−जैसे उम्र बढ़ती है, त्वचा के कसाव में कमी आना, झुर्रियां, आखों का ड्राई होना और न जाने कितनी ही समस्याओं से महिलाओं को दो चार होना पड़ता है। ऐसे में अपने चेहरे की कमियों को छिपाने और खुद को आकर्षक दिखाने के लिए वह मेकअप का सहारा लेती हैं। लेकिन बढ़ती उम्र में आपके मेकअप के तरीके में बदलाव करना भी बेहद आवश्यक हो जाता है। तो आईए जानते हैं मेकअप करने के सही तरीकों के बारे में−

सीटीएमपी है सही
चालीस साल के बाद त्वचा ड्राई हो जाती है। ऐसे में स्किन को नरिश करने के लिए सीटीएमपी अर्थात क्लींजिंग, टोनिंग, मॉयश्चराइजिंग एंड प्रोटेक्शन आवश्यक है। क्लीजिंग के लिए आपको नरिशिंग क्लीजिंग मिल्क का इस्तेमाल करना चाहिए। यह त्वचा को डीप क्लीन करने के साथ−साथ रूखेपन से भी दूर करता है। स्किन पर एजिंग दिखने का एक मुख्य कारण ओपन पोर्स होते हैं। इन पोर्स को कम करने के लिए क्लीजिंग के बाद टोनिंग करना बेहद आवश्यक है। ध्यान रहे कि आपका टोनर एल्कोहल युक्त न हो बल्कि उसमें लाइकोपीन हो। साथ ही चेहरे की नमी को बनाए रखने के लिए मॉयश्चराइजर जरूर लगाएं। चेहरे की केयर करना जितना आवश्यक है, उतना ही जरूरी है उसकी प्रोटेक्शन। सूर्य की हानिकारक किरणें न केवल त्वचा को झुलसा देती हैं, बल्कि इनके कारण झुर्रियां, ब्राउन स्पॉट्स आदि एजिंग की निशानियां दिखाई देने लगती हैं। इसलिए इनसे बचने के लिए धूप में निकलने से पहले सनस्क्रीन अवश्य लगाएं।

न हो अधिक
अक्सर महिलाएं सोचती हैं कि यदि उन्हें अपने चेहरे की कमियों को छिपाना है तो इसके लिए बहुत अधिक मेकअप करना पड़ेगा। लेकिन वास्तव में उनकी यह सोच एकदम गलत है। बढ़ती उम्र में महिलाओं को हमेशा ही लेस इज मोर का फंडा अपनाना चाहिए। साथ ही मेकअप को थोपने की बजाय उसे चेहरे पर मिक्स करें ताकि वह आपकी स्किन का ही एक पार्ट लगे और आपका चेहरा बेढंगा न दिखाई दे।

लाइट है बेस्ट
आपका मेकअप सिर्फ लेस ही होना आवश्यक नहीं है, बल्कि आपकी मेकअप किट में आपको लाइट कलर को एड कर देना शुरू कर देना चाहिए। अमूमन बढ़ती उम्र में बहुत अधिक ब्राइट कलर्स अच्छे नहीं लगते। वहीं लाइट कलर आपकी पर्सनैलिटी को एक एलीगेंट लुक देते हैं। ब्लशर से लेकर लिपस्टिक तक आप पीच, लाइट ब्राउन, पिंक, मॉव कलर आदि का चयन करें। अगर आपको रेड कलर पसंद है तो आप लिपस्टिक में ब्राइट रेड की जगह डीप रेड ही लगाएं। इसके अतिरिक्त उम्र के इस पड़ाव में होंठ थोड़े पतले लगने लगते हैं, इसलिए उनका उभार बनाए रखने के लिए व उन्हें थोड़ा मोटा दिखाने के लिए लिपग्लॉस लगाना बेहतर रहता है। इससे होंठों में भी एक चमक आ जाती है।

ब्लश करेंगे चिक्स
जैसे आपका मेकअप आईस और लिप्स के मेकअप के बिना अधूरा ही रह जाता है, ठीक उसी प्रकार ब्लश के बिना भी आपका मेकअप पूरा नहीं होता। अक्सर हम मेकअप के दौरान ब्लश को नजरअंदाज ही कर देते हैं, लेकिन यदि आपके चेहरे पर बढ़ती उम्र के साइन नजर आते हैं तो ब्लश को नजरअंदाज करना आपकी बहुत बड़ी भूल साबित होगी। ब्राउन ब्लश आपके चेहरे को एक नई परिभाषा व आकार देने के लिए पर्याप्त है।

नकली लैशेज का कमाल
समय के साथ हार्मोंस में बदलाव के कारण महिलाओं के लैशेज टूटने लगते हैं। आजकल मार्केट में नकली लैशेज आसानी से अवेलेबल हैं। इन्हें लगाने से आंखों को एक नया रूप मिलता हैं। इसलिए यदि आप किसी पार्टी के तैयार हो रही हैं तो नकली लैशेज का प्रयोग करना अच्छा रहता है।

इन बातों का रखें ख्याल
खाना सिर्फ आपका पेट ही नहीं भरता बल्कि इसमें वह सभी पोषक तत्व होते हैं जो आपके शरीर के विकास में कहीं न कहीं सहायक होते हैं। अगर आप चाहती हैं कि बढ़ती उम्र में भी आपके चेहरे की रौनक बनी रहे तो आप अपने खाने का भी खास ख्याल रखें। जहां तक बात एंटी−एजिंग फूड की है तो यह उम्र के बढ़ते असर को तो कम करते हैं ही, साथ ही शरीर की क्षतिग्रस्त कोशिकाओं को ठीक कर शरीर के सभी क्रियाकलापों में सहायता करते हैं।

पानी शरीर के लिए किसी अमृत से कम नहीं है। इसलिए दिन में कम से कम आठ से दस गिलास पानी अवश्य पीएं। इससे शरीर डिटॉक्सीफाई होने के साथ त्वचा भी नर्म बनी रहती है। साथ ही साथ ज्यादा मीठी चीजों का सेवन न करें।

एजिंग की समस्याओं से बचने के लिए जरूरी है कि आप अपनी फिटनेस के प्रति भी जागरूक रहें। स्वस्थ बने रहने के लिए आप साइकिलिंग, जॉगिंग, जिमिंग, स्विमिंग आदि का सहारा ले सकती हैं। इसके अतिरिक्त अपने चेहरे के प्राकृतिक सौंदर्य और तंदुरूस्ती को बरकरार रखने के लिए योग भी एक अच्छा ऑप्शन साबित हो सकता है। विशेषकर चेहरे के लिए किए गए फेस योग से उम्र का असर धीमा हो जाता है।