कहा, अमेरिका के साथ व्यापार समझौता करने वाला पहला देश बन सकता है भारत
India-US Trade Agreement (आज समाज), बिजनेस डेस्क : भारत और अमेरिका के व्यापार संबंध जल्द ही नई ऊंचाई को छू सकते हैं। व्यापार समझौते को लेकर दोनों ही देश उत्साहित हैं। पिछले दिनों जहां भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस समझौते को लेकर सकारात्मक माहौल की बात की थी वहीं अब अमेरिका की तरफ से भी इसको लेकर बड़ा बयान आया है।
अमेरिका के वित्त मंत्री स्कॉट बेसेन्ट ने भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार समझौता होने की उम्मीद जताई है। उन्होंने कहा है कि भारत राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पारस्परिक शुल्क से बचने के लिए व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर करने वाला पहला देश बन सकता है। उन्होंने कहा कि दोनों देश भविष्य में मिलकर व्यापार करने पर एकमत हैं और इस समझौते से दोनों देशों को आर्थिक मजबूती मिलेगी। बेसेंट ने कहा कि भारतीय प्रधानमंत्री के अमेरिकी दौरे के दौरान इसको लेकर विस्तृत चर्चा की गई थी। जिसके बाद इस समझौते को लेकर सकारात्मक माहौल बन गया। अब उम्मीद है कि जल्द ही दोनों देश इस पर हस्ताक्षर कर देंगे।
व्यापार समझौते को लेकर यह बोले अमेरिकी वित्त मंत्री
न्यूयॉर्क पोस्ट के अनुसार, बेसेन्ट ने लगभग एक दर्जन पत्रकारों की एक राउंडटेबल बैठक में कहा कि भारत के साथ व्यापार वार्ता सफल निष्कर्ष पर पहुंचने के बहुत करीब है। हम उम्मीद करते हैं कि विश्व के दो सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश जल्द ही इस समझौते पर हस्ताक्षर करेंगे।
अमेरिका ने भारत पर लगाया था 26 प्रतिशत टैरिफ
ज्ञात रहे कि अमेरिका ने अपनी टैरिफ नीति में बदलाव करते हुए भारत के खिलाफ 26 प्रतिशत का ‘पारस्परिक’ टैरिफ लगाया था। जिसपर बाद में 90 दिनों के लिए रोक लगा दी गई। इसकी अवधि 8 जुलाई को समाप्त हो जाएगी। हालांकि, अन्य देशों की तरह भारत पर मौजूदा नीति के तहत 10 प्रतिशत टैरिफ लागू है।
विश्व बैंक और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की वार्षिक बैठकों के अवसर पर आयोजित डीसी कार्यक्रम में बेसेन्ट ने कहा कि भारत में गैर-टैरिफ व्यापार बाधाएं भी कम हैं, जाहिर है, मुद्रा में कोई हेरफेर नहीं है। सरकारी सब्सिडी भी बहुत कम है, इसलिए भारतीयों के साथ समझौता करना बहुत आसान है।
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