संजीव कुमार, रोहतक :
पृथ्वी पर रक्तदान से बड़ा कोई भी दान नहीं है क्योंकि रक्तदान करने वाला व्यक्ति ना तो उसके बदले में कुछ चाहता है और ना ही यह जानता है। कि यह रक्त किसको चढेगा। हम सभी को हर तीन माह बाद रक्तदान करते रहना चाहिए। यह कहना है पीजीआईएमएस के निदेशक डॉ. रोहताश यादव का। वें बृहस्पतिवार को चौधरी रणबीर सिंह ओपीडी में सर्वजन कल्याण समिति द्वारा स्टेट बैंक आॅफ इंडिया की पीजीआईएमएस शाखा के सहयोग से लगाए गए। रक्तदान शिविर में मुख्यअतिथि के तौर पर उपस्थित थे।
इस अवसर पर रक्तदाताओं को संबोधित करते हुए डॉ. रोहताश यादव ने कहा कि स्वैच्छिक रक्तदान से हम न केवल किसी को जीवन दान देते है। बल्कि आत्मसंतुष्ट भी होते है। उन्होंने कहा कि अलग-अलग जरूरतों के हिसाब से सम्पूर्ण रक्त को विभाजित करके प्रयोग में लाया जा सकता है जैसे प्लाजमा, प्लेटलैट, पैक्डसैल वाल्यूम आदि। आज के समय में किसी शरीर में रक्त चढ़ाने के आधुनिक एवं नवीनतम तकनीक द्वारा एक यूनिट रक्त का बहुतायत उपयोग सम्भव है। सर्वजन कल्याण समिति के अध्यक्ष सुरेंद्र जाखड़ ने कहा कि उनकी समिति का हमेशा प्रयास रहता है कि जब भी संस्थान में रक्त की कमी होती है, तभी स्टेट बैंक की पीजीआईएमएस शाखा के सहयोग से रक्तदान शिविर लगा दिया जाता है। इस समिति में अधिकतर पीजीआईएमएस के कर्मचारी जुडे होने के कारण वें कभी भी पीजीआईएमएस में रक्त की कमी नहीं होंने देते। डीएमएस डॉ. परमिंद्र वर्मा ने कहा कि परिजनों से रक्त मागनें पर कई बार परिजन रक्तदान करवाने में असमर्थ होते हैं जिसके लिए हम स्वैच्छिक रक्तदान से ही रक्त की कमी को पूरा कर सकते है। उपप्रधान पुष्पेंद्र गर्ग ने कहा कि आज के समय में किसी शरीर में रक्त चढ़ाने के आधुनिक एवं नवीनतम तकनीक द्वारा एक यूनिट रक्त का बहुतायत उपयोग सम्भव है। एसबीआई प्रबंधक गुरप्रीत सिंह ने कहा कि कुछ दिन से ब्लड बैंक में रक्त की कमी चल रही थी, जिसके चलते आज यह ओपीडी में रक्तदान शिविर लगाया गया है और इस शिविर में प्रायोजक के रूप में जुडने का अवसर जो एसबीआई को मिला है, उससे उन्हें काफी खुशी है। शिविर में करीब 165 यूनिट रक्त एकत्रित किया। इस अवसर पर डीन छात्र कल्याण डॉ. गजेंद्र सिंह, ब्लैड बैंक विभागाध्यक्ष डॉ. गजेंद्र सिंह, डीएमएस डॉ. परमिंद्र वर्मा, एसबीआई से उपमहाप्रबंधक अजय सैक्सेना, आशुतोष, गुरूप्रीत सिंह, फार्मासिस्ट पुष्पेंद्र गर्ग, मदन शर्मा, राजबाला, सीमा, देवेंंद्र तवर, पंकज, इंद्र, अनिल, पुष्पेंद्र मलिक, इंदूप्रभा, रचना, अजय गोदारा, पूनम, ऋषिपाल मलिक, तेजबीर, सहित दर्जनों रक्तदाता उपस्थित थे।
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