विधायकों की वोटिंग के चलते अब बहुमत का आंकड़ा 51 हुआ
आप के पास सबसे ज्यादा पार्षद परंतु बहुमत से कुछ दूर
Punjab News (आज समाज), चंडीगढ़। पंजाब में नगर निगम चुनाव में आम आदमी पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। आप ने 41 सीटों पर जीत दर्ज की है। कांग्रेस ने 30 सीटों पर जीत दर्ज की है। इसी तरह बीजेपी ने 19 सीटों पर जीत दर्ज की है। शिअद ने 2 सीटों पर और निर्दलीय उम्मीदवारों ने 3 सीटों पर जीत दर्ज की है। चुनाव नतीजों में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला है। ऐसे में राजनीतिक गलियारों में चर्चा थी कि कांग्रेस और बीजेपी के बीच गठबंधन हो सकता है, लेकिन बीजेपी आलाकमान ने साफ कर दिया है कि उनका अभियान भारत को कांग्रेस मुक्त बनाना है, इसलिए वो किसी भी कीमत पर कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं करेंगे।
जिसके चलते मेयर पद को लेकर अभी भ्ीा पेंच फंसा हुआ है। इस घोषणा के बाद आम आदमी पार्टी के विधायक अब एक्टिव मोड में आ गए हैं। आप ने शिअद पार्षद चतर सिंह और निर्दलीय उम्मीदवार दीपा रानी को आम आदमी पार्टी में शामिल कर लिया है।
विधायकों की वोटिंग के बाद भी आप के पास दो वोट कम
विधायकों की वोटिंग के चलते अब बहुमत का आंकड़ा 51 हो गया है, जिसके चलते 2 सीटें कम होने के बाद आप की कुल सीटें अब 49 रह गई हैं। अब 2 सीटें कम होने के चलते आम आदमी पार्टी की नजर कांग्रेस और बीजेपी की कमजोर कड़ी पर है। कोई भी पार्षद मौजूदा सत्ताधारी पार्टी से जुड़कर फायदा उठाने में पीछे नहीं रहना चाहता। सूत्रों के मुताबिक 2 से 3 जीतने वाले उम्मीदवार आप विधायकों के संपर्क में हैं। ऐसे में आप कभी भी मेयर की सीट का ऐलान कर सकती है। नगर निगम में मेयर की कुर्सी पर बैठने की होड़ भी शुरू हो गई है।
जिन विधायकों के परिवार के सदस्य जीत गए हैं, वे उन्हें मेयर की कुर्सी पर पहुंचाने के लिए पूरा जोर लगा रहे हैं। वहीं, जिनके परिवार के सदस्य नहीं जीत पाए, वे अपने क्षेत्र के जीते हुए पार्षद को मेयर की कुर्सी पर पहुंचाने में जुटे हैं।
ये भी पढ़ें : Ludhiana Crime News : लुधियाना में मां-बेटे की हत्या से सनसनी
ये भी पढ़ें : Punjab Farmers Protest : किसान नेता डल्लेवाल की हालत चिंताजनक