डीएसपी बीर सिह ने वीरवार को प्रेस वार्ता करते हुए
बताया कि करनाल के सेक्टर 7 में एक ज्वेलर्स परिवार ने अपने घर एक नौकर रखा था , इस नौकर ने अपना नाम विनोद बताया था , जो कि गलत था, ये नौकर परिवार ने ऑनलाइन माध्यम से बुलाया था , नौकर का परिवार ने कोई पुलिस वेरिफिकेशन नहीं करवाया , पर नौकर इतना शातिर था कि कुछ दिन नौकरी करने के बाद मौका पाकर उसने घर से एक डायमंड का ब्रेसलेट, डायमंड की अंगूठी, और घड़ी लेकर फरार हो गया था, जिसका एक सीसीटीवी भी सामने आया था, कई दिन हो गए थे पुलिस अलग अलग जगह इस आरोपी को ढूंढने का प्रयास कर रही थी, अब ये आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ चुका है।
पुलिस ने जब इस आरोपी को गिरफ्तार किया तो पता चला कि उसने अपना नाम विनोद बताया था जो कि गलत था , इसका असली नाम चलचित्र है , चलचित्र ने अपने साथियों के साथ मिलकर एक फर्जी कंपनी बनाई हुई थी जिसके जरिए ये अलग अलग जगह जाकर नौकर लग जाते थे और वहां पर जाकर इस तरीके से चोरी करते थे। जब इस आरोपी से पूछताछ हुई तो पता चला कि चलित्र आभूषण चोरीं के बाद अपने दोनों साथियों के पास दिल्ली गया था। तीनों आरोपियों ने मिलीभक्त करके ही वारदात को अंजाम दिया था और तीनों आरोपी जल्दी अमीर बनने के लिए यह गैंग चलाकर वारदातों को अंजाम देते थे। आरोपियों के विरुद्ध दिल्ली में भी करीब चार मुकदमे दर्ज है और उन मुकदमों में तीनों आरोपी जेल में भी रह चुके है।
पुलिस ने बताया कि जो 97 लाख का सामान चलचित्र ने चोरी किया था वो तीनों ने मिलकर आपस में बांट लिया था, अब तीनों को गिरफ्तार भी कर लिया है और इनके पास से वो 97 लाख का डायमंड का सामान भी बरामद कर लिया है। तीनों आरोपियों को वीरवार को अदालत में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया हैं ।बहराल इस चोरी से आम पब्लिक को सीख लेने की जरूरत है कि आप जब भी कोई नौकर रखते हैं तो सबसे पहले उसकी पुलिस वेरिफिकेशन करवाई जाए और उसका आधार कार्ड देखा जाए , ताकि ऐसी चोरी की वारदातें ना हो सकें।
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