एजेंसी,इस्लामाबाद। अयोध्या मामले पर शनिवार को आए फैसले का ज्यादातर देशों ने स्वागत किया है। वहीं पड़ोसी देश पाकिस्तान फैसले से नाखुश दिखा। पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने फैसले के समय पर सवाल उठाया है। कुरैशी ने करतारपुर गलियारा खोले जाने के दिन अयोध्या मामले में आए फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा कि क्या इसको थोड़े दिन टाला नहीं जा सकता था? यह खुशी के मौके पर दिखाए गई असंवेदनशीलता है। उन्होने फैसले आने के वक्त को सही नहीं बताया। उन्होंने कहा कि आपको (प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी) करतारपुर कॉरिडोर से ध्यान भटकाने की बजाय इस खुशी के मौके का हिस्सा बनना चाहिए था। यह विवाद संवेदनशील था और उसे इस शुभ दिन का हिस्सा नहीं बनाना चाहिए था। कुरैशी ने कहा कि मुस्लिम भारत में पहले ही काफी दबाव में है और भारतीय अदालत का यह फैसला उन पर और दबाव बढ़ाएगा। पाकिस्तान फैसले को विस्तार से पढ़ने के बाद इस पर अपनी प्रतिक्रिया देगा। वहीं पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता आसिफ गफूर ने ट्वीट कर कहा कि पांच अगस्त को कश्मीर से विशेष दर्जा छीनने के बाद अब अयोध्या मामले के फैसले से सच सबके सामने आ गया है। सूचना और प्रसारण मामलों में प्रधानमंत्री की विशेष सहायक फिरदौस एवान ने फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि एक ओर जहां करतारपुर गलियारा खोल पाकिस्तान अल्पसंख्यकों के अधिकार सुनिश्चत कर रहा है। वहीं दूसरी ओर भारत में अल्पसंख्यकों के अधिकारों पर सवाल खड़े हो रहे हैं।