प्रवीण वालिया, करनाल:
बिजली विभाग की पहल पर वन विभाग के सानिध्य में 72वें वन महोत्सव के अभियान के अन्तर्गत प्रकृति संस्कार यात्रा मंगलवार को काछवा के सरदार पटेल पुस्तकालय पहुंची। यात्रा का स्वागत करते हुए उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम के एक्स इ एन मानेन्द्र सिंह ने कहा कि नई पीढ़ी को प्रकृति ज्ञान से जोडऩे के लिए पुस्तकरथ के माध्यम से किताबों की दुनिया का यहां पहुंचना रचनात्मक पहल है।
इस अवसर पर काछवा सीनियर सेकेंडरी स्कूल की प्रधानाचार्य उर्वशी विग ने कहा कि बचपन में किताबों की हलचल बेहतर समाज के निर्माण का मार्ग दिखाती है उन्होंने कहा कि बेहतर जिंदगी का रास्ता बेहतर किताबों से होकर गुजरता है। विदित है कि प्रकृति संस्कार यात्रा अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास की परिकल्पना पर प्रधान मुख्य वन संरक्षक वी.एस. तंवर के मार्गदर्शन में मुख्य संरक्षक वन जीरमण के संयोजन में संचालित है। यात्रा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए संरक्षक वन प्रचार एवं प्रशिक्षण सुश्री निवेदिता ने कहा कि प्रकृति हमारी मां है प्रकृति ही शिक्षक है, हरियाणा की नई पीढ़ी को प्रकृति शिक्षा के संस्कार से जोडऩे के लिए इस यात्रा का संयोजन किया गया है।
पुस्तक प्रदर्शनी वाहन प्रभारी नैशनल बुक ट्रस्ट के सुदेश शर्मा ने बताया कि अब तक हजारों किताबें हरियाणा के जन मानस ने खरीदा है। शुरूआत समिति की सचिव एवं आओ वृक्ष दूत बने नाटक की निर्देशिका रीता रंजन ने कहा कि करनाल में नीसिंग, चिड़ाव, मन्जौरा, पुण्डरक, काछवा, अटल पार्क, कम्बोपुरा एवं डीएवी पीजी कालेज के परिसर में नाटक के माध्यम से सैकड़ों नागरिकों/शिक्षकों/विद्यार्थियों को इस संस्कार यात्रा का सहयात्री बनाया गया। इस अवसर पर वन विभाग के प्रचार-प्रसार अधिकारी सरोज पंवार, अनिल कुमार, सी एस एस आर के बी एल मीणा, बिजली विभाग के एक्स ई एन राजदीप सिंह, एस डीओ गौरव शर्मा, एसडीओ संदीप शिकरी, एएफएम जितेन्द्र कुमार ने सक्रिय सहयोग और भागीदारी निभायी। आयोजन की सफलता काछवा पुस्तकालय के लाईब्रेरियन एवं पाठक मंच के सदस्यों ने जीवंत सहयोग किया।