Himachal News : मलबे में पूरा गांव हुआ जमींदोज, नहीं बचा कोई निशान

0
115
मलबे में पूरा गांव हुआ जमींदोज, नहीं बचा कोई निशान
मलबे में पूरा गांव हुआ जमींदोज, नहीं बचा कोई निशान

Himachal News (आज समाज), शिमला। लंबे समय तक प्रदेश में सुस्त रहने के बाद 31 जुलाई और एक अगस्त की मध्य रात्रि हुई भारी बारिश और बादल फटने से प्रदेश में एक बार फिर से तबाही मचा दी। इस तबाही में 50 से ज्यादा लोग लापता हो गए। इनमें से कई लोगों के शव बरामद हो गए हैं। जबकि राहत व बचाव टीमें अभी भी अपने कार्य में लगे हुए हैं। तबाही का मंजर ऐसा है कि रामपुर उपमंडल के अंतर्गत सरपारा पंचायत और निरमंड खंड सीमा पर स्थित समेज गांव का नामोनिशान मिट गया है। अब यहां चारों तरफ मलबा और पत्थर ही दिख रहे हैं। समेज में सभी लोग देर रात खाना खाने के बाद सो गए। अचानक 12:30 बजे श्रीखंड पीक पर बादल फटने से समेज खड्ड ने ऐसा तांडव मचाया कि इस बाढ़ में 36 लोग खड्ड में बह गए। भयंकर बाढ़ ने बचने का मौका भी नहीं दिया। बाढ़ में बहे लोगों में 22 स्थानीय, चार प्रवासी और सात प्रोजेक्ट कर्मी शामिल हैं।

प्रदेश में 455 सड़कें यातायात के लिए बाधित

चंडीगढ़-मनाली हाईवे जहां एक बार फिर से क्षतिग्रस्त हो गया वहीं 455 सड़कें यातायात के लिए बाधित हैं। सड़कें बहाल करने के लिए लोक निर्माण विभाग ने कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं। चीफ इंजीनियर से लेकर जूनियर इंजीनियर फील्ड में तैनात किए गए हैं। लोक निर्माण विभाग के 13,000 कर्मचारियों को सड़कें बहाल करने में लगाया गया है। लोगों की जानकारी के लिए चारों जोन में कंट्रोल रूम स्थापित किए गए हैं। इसमें सड़कों और पुलों के नुकसान की रिपोर्ट ली जा रही है। हिमाचल में सड़कें बंद की जानकारी कंट्रोल रूम में देने के कहा है। इसके बाद कर्मचारियों को मशीनरियों के साथ मौके पर भेजा जा रहा है। लोक निर्माण विभाग को 24 घंटे के भीतर 30160.32 लाख रुपये का नुकसान हुआ है।