Punjab News(आज समाज)चंडीगढ़ : बरसात के मौसम में जल जनित बीमारियों से बचाव के लिए प्रदेश सरकार पूरी तरह से अलर्ट है। इसी के चलते जैसे ही कुछ एरिया में हैजा और डायरिआ फैलने की पुष्टि हुई प्रशासन तुरंत हरकत में आ गया । मुख्य सचिव अनुराग वर्मा ने राज्य के सभी डिप्टी कमिश्नरों के साथ एक आपातकालीन बैठक की। बैठक में संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी, नगर निगम कमिश्नर, ए.डी.सीज (शहरी विकास), एक्सियन, ईओज और सिविल सर्जन भी उपस्थित थे।
वर्मा ने कहा कि मुख्य मंत्री भगवंत सिंह मान ने स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं कि सभी नगर निगमों और नगर परिषदें अपने-अपने अधिकार क्षेत्र में लोगों के पीने के लिए उपलब्ध पानी 100 प्रतिशत स्वच्छ होना सुनिश्चित बनाएं जो पूरी तरह से प्रदूषण से मुक्त हो। उन्होंने डिप्टी कमिश्नरों, नगर निगम कमिश्नरों और कार्यकारी अधिकारियों (ई.ओज) को अपने अधिकार क्षेत्र के तहत आते संवेदनशील और झुग्गी-झोंपड़ी वाले इलाकों का व्यक्तिगत रूप से दौरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जहां भी पेयजल दूषित होने की आशंका हो, तत्काल कदम उठाए जाएं।
वर्मा ने स्वास्थ्य सचिव को अब तक बीमार व्यक्तियों का निःशुल्क एवं समुचित इलाज सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया। उन्होंने डिप्टी कमिश्नरों को प्रतिदिन स्थिति की निगरानी करने और उपरोक्त निर्देशों का कड़ाई से कार्यान्वयन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उन्होंने साफ कहा कि इस संबंध में किसी की भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।