नई दिल्ली। उन्नाव रेप मामले में उच्चतम न्यायालय ने जब हस्तक्षेप किया तब कहीं जाकर पीड़िता के परिवार को राहत की सांस मिली। बरेली हाईवे पर पीड़िता की कार का एक्सीडेंट होने और परिवार के दो सदस्यों के मारे जाने पर बात सामने आई थी कि पीड़िता की ओर से सुप्रीम कोर्ट के सीजेआई रंजन गोगई को भी सुरक्षा के लिए पत्र लिखा था। इसके बाद सीजेआई ने मामले का संज्ञान लिया और पत्र सामने नहीं आने पर फटकार लगाई थी। अब सुप्रीम कोर्ट ने उन्नाव बलात्कार कांड से जुड़े सभी पांच मुकदमों की सुनवाई दिल्ली स्थानांतरित किए जाने को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने शुक्रवार को दावा किया कि शीर्ष अदालत का निर्णय उत्तर प्रदेश में फैले ”जंगल राज और योगी सरकार की विफलता पर मुहर है”। प्रियंंका गांधी ने ट्वीट कर कहा कि ‘उच्चतम न्यायालय का फैसला उत्तर प्रदेश में फैले जंगलराज और सरकार की नाकामी पर एक मुहर है।”
उन्होंने दावा किया, “अब जाकर भाजपा ने माना कि उन्होंने एक अपराधी को संरक्षण दे रखा था और उन्होंने उसे पार्टी से निष्कासित कर अपनी गलती को सुधारने के लिए कम से कम एक कदम उठाया।”