इस्लामाबाद। भले ही पाकिस्तानी विदेश मंत्री भारत के जम्मू-कश्मीर से 370 हटाने पर बौखलाए हुए घूम रहे हों। लेकिन अब जबकि अमेरिका और रूस की ओर से भारत के कदम को सही ठहराया गया है तो उन्हें भी सच्चाई समझ आने लगी है। उन्होंने अपने देश की आवाम को साफ तौर पर कह दिया है कि किसी को खुशफहमी नहीं रखनी चाहिए कि सयुंक्त राष्ट्र जम्मू-कश्मीर पर भारत के निर्णय के खिलाफ पाकिस्तान का स्वागत करेगा। समाचार एजेंसी के मुताबिक, कुरैशी ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) की राजधानी मुजफ्फराबाद में एक संवाददाता समम्लेन को संबोधित करते हुए कहा, संयुक्त राष्ट्र अपने हाथ में हार लिए आपके लिए खड़े नहीं हैं। सुरक्षा परिषद का कोई भी स्थायी सदस्य रोड़ा डाल सकता है। कुरैशी ईद-उल-अजहा का पहला दिन कश्मीरी लोगों के साथ बिताने और उनके साथ एकजुटता दिखाने के लिए रविवार देश शाम पीओके पहुंचे थे।
उन्होंने कहा, अपनी वास्तविक स्थिति को समझें और किसी खुशफहमी में न रहें। सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्यों में से एक रूस के द्वारा भारत के कदम का समर्थन करने के बाद कुरैशी का यह बयान आया है। रूस ने कहा कि राज्य के दर्जे में किया गया बदलाव भारतीय संविधान के दायरे में किया गया है और उसने दोनों पड़ोसियों से शांति बनाए रखने का आग्रह किया। रूस ने कहा, जम्मू एवं कश्मीर राज्य की स्थिति में बदलाव और उसके दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजन को भारतीय गणराज्य के संविधान के तहत भीतर किया गया है। इस बीच, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस के मौके पर बुधवार को मुजफ्फराबाद जाएंगे, जहां वह ‘आजाद जम्मू एवं कश्मीर विधानसभा’ को कश्मीरियों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए संबोधित करेंगे।