Haryana News: सीएम पद को लेकर खींचतान बनी कांग्रेस की हार का कारण: कैप्टन अजय यादव

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सीएम पद को लेकर खींचतान बनी कांग्रेस की हार का कारण: कैप्टन अजय यादव
Haryana News: सीएम पद को लेकर खींचतान बनी कांग्रेस की हार का कारण: कैप्टन अजय यादव

कहा- मैं ओबीसी सेल का चेयरमैन, पोस्टरों पर मेरी फोटो तक नहीं लगाई
विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेसी एक-दूसरे के सिर फोड़ने लगे हार का ठीकरा
Rewari News (आज समाज) रेवाड़ी: हरियाणा विधानसभा चुनाव में मिली करारी का ठीकरा प्रदेश कांग्रेस के नेताओं ने एक-दूसरे के सिर पर फोड़ना शुरू कर दिया है। हारे हुए उम्मीदवारों का गुस्सा उबाल खा रहा है। वह खुलकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को अपनी हार के लिए जिम्मेदार ठहरा रहे है। गत दिवस असंध से कांग्रेस प्रत्याशी शमशेर गोगी ने भूपेंद्र हुड्डा को अपनी हार का जिम्मेदार ठहराया। शमशेर गोगी ने कहा कि पार्टी किसी एक व्यक्ति या जाति से नहीं चलती है। भूपेंद्र हुड्डा गुट द्वारा कुमारी सैलजा के लिए की गई आपत्तिजनक टिप्पणी के कारण उसे दलित समाज का वोट नहीं मिला और वह चुनाव हार गया।

वहीं अंबाला कैंट से कांग्रेस प्रत्याशी परविंदर परी ने भी भूपेंद्र हुड्डा के सिर अपनी हार का दोष मड़ा। वहीं अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व रेवाड़ी से कांग्रेस प्रत्याशी के पिता कैप्टन अजय यादव ने भी कांग्रेस में जारी खींचतान को अपने बेटे की हार का कारण बताया। कैप्टन अजय यादव के बेटे चिरंजीवी रेवाड़ी से कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ रहे थे। चिरंजीवी को भाजपा के लक्ष्मण यादव ने मात दी। कैप्टन अजय यादव ने कहा कि जब चुनाव होता है। नेताओं का सबसे बड़ा लक्ष्य सिर्फ पार्टी प्रत्याशियों को जीताना और सरकार बनाना होना चाहिए। जबकि कांग्रेस में इसके बिलकुल उलट हुआ। कांग्रेस के नेता सीएम पद को लेकर एक दूसरे की टांग खीचने पर लगे रहे जोकि कांग्रेस की हार का करण बनी।

बहुमत आने के बाद हो सीएम फेस का चयन

कैप्टन अजय यादव ने कहा कि पार्टी का बहुमत आने के बाद सीएम फेस का चयन किया जाना चाहिए। लेकिन कांग्रेसी पहले से ही सीएम को लेकर लड़ने लगे। इस मुद्दें को विरोधी पार्टी ने जमकर उछाला। कौन मुख्यमंत्री होगा इसका फैसला विधायक दल की बैठक में होता है। इसके बाद हाईकमान जिसे चाहे उसका नाम मुख्यमंत्री के लिए मनोनित कर सकता है। इतना ही नहीं अपने पद को लेकर उन्होंने कहा कि मुझे ओबीसी सेल का चेयरमैन बनाया हुआ है ये पद तो एक तरह से झुनझुना है। पार्टी की तरफ से चुनाव में बड़े-बड़े पोस्टर लगाए गए। मैं ओबीसी का चेयरमैन हूं लेकिन उन पोस्टर में मेरी फोटो तक नहीं लगाई। मेरा ये मानना है कि मैं किस बात का चेयरमैन हूं।

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