Himachal News, लोकिन्दर बेक्टा, शिमला। हिमाचल प्रदेश में राज्य पथ परिवहन निगम द्वारा सरेंडर किए गए रूटों को हासिल करने में निजी बस ऑपरेटर अच्छी दिलचस्पी दिखाई है। इन रूटों को निज आपरेटरों को जारी करने के फैसले के बाद उनकी इन रूटों में ज्यादा रूचि सामने आई है। निजी ऑपरेटरों ने सरेंडर रूटों के बारे में पूरी पड़ताल के बाद अब आवेदन किए हैं। अब तक 87 रूटों के लिए 573 लोगों के आवेदन आ चुके हैं।
इन रूटों को मई महीने में विज्ञापित किया गया था और अभी तक आवेदन लिए जा रहे हैं। इसके बाद भी अब सरकार ने 168 और रूटों को निजी आपरेटरों के लिए विज्ञापित किया है और सोमवार से इनके लिए भी ऑनलाइन आवेदन लिए जाएंगे। पूर्व में एचआरटीसी ने ऐसे 107 रूटों को खुद के लिए अनुपयोगी पाया था। क्योंकि इन रूटों पर सामाजिक दायित्व काफी ज्यादा थे। इस कारण एचआरटीसी को घाटा उठाना पड़ रहा था।
87 रूटों के लिए 573 आवेदन
निजी ऑपरेटरों के लिए ये रूट फायदे के साबित होंगे। इन 107 रूटों में से 87 के लिए 573 आवेदन आ चुके हैं, जिनकी छंटनी की जा रही है और जरूरी औपचारिकताएं परिवहन विभाग पूरी कर रहा है। जल्दी ही इन रूटों को प्राइवेट ऑपरेटरों को सौंप दिया जाएगा, जिससे लोगों को वहां पर बसों की सुविधा मिले। बताया जा रहा है कि 107 में से 20 रूट ऐसे हैं, जिनके लिए किसी ने अपनी दिलचस्पी नहीं दिखाई है। इन रूटों के लिए कोई भी आवेदन परिवहन विभाग के पास नहीं आया है।। लिहाजा इनके बारे में नए सिरे से सोचना होगा। वहां पर आम जनता की सुविधा को भी देखना होगा क्योंकि उन्हें बस सुविधा भी दी जानी जरूरी है।
उधर, सरकार ने और 168 नए रूट विज्ञापित कर दिए हैं जिनको एचआरटीसी ने सरेंडर कर किया है। इन रूटों पर सोमवार से ऑनलाइन आवेदनों का दौर शुरू हो जाएगा और देखना होगा कि इनमें कितने प्राइवेट ऑपरेटर दिलचस्पी दिखाते हैं। एचआरटीसी के अब तक कुल 275 बस रूट सरेंडर हो चुके हैं, जिनमें कुछ रूट घाटे के भी हैं, लेकिन अधिकांश में एचआरटीसी को भारी घाटा उठाना पड रहा है। इन हालात में एचआरटीसी ने ये रूट सरेंडर किए हैं।