Palmpur News (आज समाज) पालमपुर। चौधरी सरवन कुमार हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय में ‘एकीकृत कृषि प्रणाली पर अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना’ और ‘जैविक खेती पर अखिल भारतीय नेटवर्क कार्यक्रम’ की समीक्षा के लिए क्विक्वीनियल रिव्यू टीम (क्यूआरटी) की दो दिवसीय बैठक शनिवार से आरंभ हुई।
पूर्व डीडीजी, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) और रानी लक्ष्मी बाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, झांसी के पूर्व कुलपति डा. अरविंद कुमार की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में पालमपुर विश्वविद्यालय, शेर-ए-कश्मीर कृषि विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय जम्मू, गोविंद बल्लभ पंत कृषि और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, पंतनगर, पंजाब कृषि विश्वविद्यालय, लुधियानाय महाराणा प्रताप कृषि और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर एवं आईसीएआर-भारतीय कृषि सांख्यिकी अनुसंधान संस्थान, नई दिल्ली के वैज्ञानिकों ने भाग लिया।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डी.के. वत्स ने उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता करते हुए उत्पादन को बनाए रखने और दीर्घकालिक आधार पर पर्यावरण को संरक्षित करने के लिए एकीकृत कृषि प्रणाली मॉडल के विकास पर जोर दिया। उन्होंने विशेष रूप से अत्यधिक उत्पादक कृषि प्रणाली घटकों के साथ-साथ जैव-प्रबलीकरण दृष्टिकोण को अपनाने के माध्यम से देश की बड़ी आबादी की पोषण सुरक्षा पर जोर दिया।